योगासन एक दिन ओलंपिक का हिस्सा बनेगा, खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने जताया विश्वास
इंडिरा गांधी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स स्थित के.डी. जाधव इंडोर एरेना में द्वितीय एशियाई योगासन स्पोर्ट चैंपियनशिप का शुभारंभ हुआ। आयोजन का मुख्य उद्देश्य योग को एक प्रतिस्पर्धात्मक और अंतरराष्ट्रीय खेल स्वरूप में स्थापित करना है। केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा योग उपनिषदों से मिला अमूल्य उपहार है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि एक दिन योगासन ओलिंपिक का हिस्सा बनेगा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। भारत की सांस्कृतिक विरासत योग अब खेल के मंच पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। इसी दिशा में एक ऐतिहासिक पहल के तहत द्वितीय एशियाई योगासन स्पोर्ट चैम्पियनशिप का शुभारंभ आज राजधानी के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स स्थित के.डी. जाधव इंडोर एरेना में उद्घाटन समारोह के साथ हुआ। आयोजन का मुख्य उद्देश्य योग को एक प्रतिस्पर्धात्मक और अंतरराष्ट्रीय खेल स्वरूप में स्थापित करना है।
इस आयोजन का संयोजन युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय, भारतीय खेल प्राधिकरण (साईं), योगासन भारत और एशियन योगासन फेडरेशन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया है। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, 'योग उपनिषदों से मिला अमूल्य उपहार है। हम इसे खेल के रूप में विश्व पटल पर स्थापित कर रहे हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि एक दिन योगासन ओलिंपिक का हिस्सा बनेगा।'
समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, इसके बाद दिव्यांग बच्चों द्वारा राष्ट्रगान और अरवाचीन विद्यालय व ध्रुव ग्लोबल स्कूल द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समां बांध दिया।
विश्व योगासन के अध्यक्ष योगऋषि स्वामी रामदेव ने कहा, 'योगासन केवल शरीर की क्रियाओं का खेल नहीं, यह जीवन को संयम, बल और समरसता की ओर ले जाने वाली साधना है। जब यह खेल बनता है, तब भी इसका मूल उद्देश्य आत्मिक उत्थान ही रहना चाहिए।'
इस प्रतियोगिता में जापान, चीन, ईरान, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, मलेशिया, यूएई सहित 20 से अधिक एशियाई देशों के 200 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में इस आयोजन को 'संस्कृति, परंपरा और खेल भावना का संगम' बताते हुए युवाओं से योग को जीवन शैली के रूप में अपनाने की अपील की।
यह चैम्पियनशिप 27 अप्रैल तक जारी रहेगी, जिसमें आर्टिस्टिक, रिदमिक और टीम वर्गों में मुकाबले होंगे।
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