Khelo India Youth Games 2020: गुवाहाटी को देश की खेल राजधानी बनाने में जुटे CM सोनोवाल
Khelo India Youth Games 2020 असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल गुवाहटी को खेल की राजधानी बनाना चाहते हैं। इसके लिए वे लगातार पहल कर रहे हैं।
गुवाहाटी, अभिषेक त्रिपाठी। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में चंद दिन ही शेष रह गए हैं। ऐसे में असम की राज्य सरकार न सिर्फ इसका सफलतापूर्वक आयोजन करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, बल्कि इसे राज्य में एक खेल संस्कृति तैयार करने के रूप में भी देख रही है। इसका मुख्य लक्ष्य गुवाहाटी को देश की खेल राजधानी बनाने का है और इस लक्ष्य को पाने के लिए असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल पूरी तरह से जुट गए हैं।
मुख्यमंत्री सोनोवाल के साथ एक मुलाकात के दौरान अधिकारियों ने असम के सभी पंचायतों के लिए विलेज ओलंपिक टैलेंट हंट नामक मुहिम आयोजित करने का निर्णय लिया। इस दौरान सोनोवाल ने कहा, "असम राज्य सरकार ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तीसरे संस्करण के लिए 104 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है। यह प्रतियोगिता युवा पीढ़ी को सशक्त बनाएगी और उनकी क्षमता का अहसास करने में मदद करेगी। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खेलो इंडिया यूथ गेम्स को आगे बढ़ाने के लिए धन्यवाद देना चाहूंगा।"
खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तीसरे संस्करण का आयोजन गुवाहाटी में नौ से 22 जनवरी तक होगा। इस आयोजन में 19 खेलों में देश भर से 10000 से ज्यादा एथलीट हिस्सा लेंगे। राज्य सरकार ने असम में 500 खेल मैदान स्थापित करने के लिए वित्तीय जरूरतों को मंजूरी दी है। असम के एथलीटों के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए खेलो इंडिया यूथ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेताओं को एक लाख रुपये, रजत जीतने वालों को 75,000 रुपये और कांस्य जीतने वालों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाले को मिलेंगे एक करोड़
असम राज्य सरकार ने पहली बार राज्य में प्रतिभाओं की खोज के लिए खेल नीति पेश की है। यदि कोई एथलीट ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतता है, तो उसे नकद पुरस्कार के रूप में एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे जबकि एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण जीतने वाले एथलीटों को 50-50 लाख रुपये मिलेंगे।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स के लिए एक भागीदार के रूप में भारतीय खेल प्राधिकरण के पास कई जिम्मेदारियां हैं। इस आयोजन की वजह से असम में खेल चर्चा का विषय बन गया है। उधर अधिकारियों ने फैसला किया है कि 1000 एथलीटों को अपने खेल करियर को आगे बढ़ने के लिए प्रत्येक को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
आयोजन का सफल इतिहास
गुवाहाटी ने 2007 में राष्ट्रीय खेलों, 2016 में दक्षिण एशियाई खेलों और 2017 में फीफा अंडर-17 विश्व कप की सफलतापूर्वक मेजबानी की है। ऐसे में अधिकारियों को भरोसा है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स का गुवाहाटी सफल आयोजन करेगा।