हरेंद्र सिंह की कोचिंग में नहीं खेलना चाहती थीं अधिकतर महिला खिलाड़ी, खेल मंत्रालय से की थी शिकायत
भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच हरेंद्र सिंह ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हरेंद्र ने ये फैसला निजी कारणों से लिया था, हालांकि टीम के अंदर ...और पढ़ें

हरेंद्र सिंह ने महिला हॉकी टीम के कोच पद से दिया था इस्तीफा
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली : भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच हरेंद्र सिंह ने सोमवार को व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन उन्होंने यह कदम खिलाड़ियों की ओर से खेल मंत्रालय को उनके व्यवहार को लेकर की गई शिकायतों के बाद उठाया।
दरअसल, पेरिस ओलंपिक क्वालीफायर और एशियाई खेलों में हिस्सा लेने वाली टीम की वरिष्ठ खिलाड़ियों ने तीन-चार दिन पहले खेल मंत्रालय को हरेंद्र सिंह के तानाशाही पूर्ण रवैये को लेकर लिखित शिकायत दी थी और स्पष्ट रूप से कहा था कि वे उनके नेतृत्व में नहीं खेलना चाहतीं। अगर उन्हें नहीं हटाया जाता है तो उनसे भविष्य में पदक की उम्मीद न की जाए।
मानसिक उत्पीड़न के लगे आरोप
इस बीच, एक पत्र भी सामने आया है जिसमें कोच और सपोर्ट स्टाफ के विरुद्ध मानसिक उत्पीड़न, खिलाड़ियों पर बेहद दबाव बनाने और सिर्फ कप्तान और उपकप्तान से अच्छा व्यवहार करने जैसे आरोप लगाए गए थे। हालांकि इस पत्र की सत्यता की पुष्टि नहीं हो सकी है। यह पहला मौका नहीं था जब खिलाड़ियों ने मंत्रालय के सामने अपनी परेशानी रखी। करीब तीन-चार महीने पहले राष्ट्रीय कैंप के दौरान भी टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) डिविजन को इस मामले से अवगत कराया गया था।
हॉकी इंडिया ने की जांच
इस बार खेल मंत्रालय से शिकायत करने के बाद हॉकी इंडिया को तत्काल जांच करने के निर्देश दिए। सोमवार को हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप तिर्की, महासचिव भोला नाथ सिंह समेत शीर्ष पदाधिकारी बेंगलुरु स्थित साई सेंटर पहुंचे और राष्ट्रीय कैंप में मौजूद हर खिलाड़ी से अलग-अलग बातचीत की। खिलाड़ियों के बात करने के बाद उन्हें अहसास हुआ कि आधे खिलाड़ी हरेंद्र के अधीन आगे नहीं खेलना चाहते। इसलिए स्थिति बिगड़ने से पहले ही कोच के साथ रास्ते अलग करने का निर्णय लिया गया।
हरेंद्र को 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई न कर पाने के बाद महिला टीम का मुख्य कोच बनाया गया था। उनके कार्यकाल में भारत ने नवंबर 2023 में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जीती, लेकिन उसके बाद प्रदर्शन लगातार गिरता चला गया। सूत्रों की मानें तो हॉकी इंडिया नीदरलैंड्स के कोच शोर्ड मारिजने को संभावित विकल्प के रूप में देख रहा है, जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला टीम को ऐतिहासिक चौथे स्थान पर पहुंचाया था। आस्ट्रेलिया के महान कोच रिक चार्ल्सवर्थ भी रडार पर हैं।

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