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    सेमीफाइनल हारने के बाद टूट गई थी भारतीय हॉकी टीम, फिर एक वादे ने फूंकी खिलाड़ियों में जान और रच दिया इतिहास, कप्तान ने बताई अंदर की बात

    Updated: Sun, 11 Aug 2024 10:09 PM (IST)

    भारतीय हॉकी टीम पेरिस ओलंपिक-2024 में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर लौटी है। टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा है कि उनकी कोशिश गोल्ड की थी लेकिन सेमीफाइनल मैच में हार के बाद ऐसा हो नहीं सका। फिर भी टीम के खिलाड़ियों ने एक संकल्प लिया जिससे सभी में जान आई और भारतीय टीम लगातार दूसरी बार ब्रॉन्ज मेडल जीतकर लौटी।

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    हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली हॉकी टीम ने जीता ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल

     हरदीप रंधावा, जागरण अमृतसर : पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में जर्मनी से हारने के बाद हॉकी टीम थोड़ा निराश थी। इसके बाद सभी ने संकल्प लिया कि खाली हाथ नहीं लौटना है। यही भावना मन में लेकर टीम पूरे उत्साह से खेली और कांस्य पदक जीता। भारतीय टीम के सदस्य रविवार को कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने अमृतसर पहुंचने पर दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में टीम के संकल्प की कहानी सुनाई।

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    हरमनप्रीत ने कहा, "पदक की कीमत एक खिलाड़ी ही जानता है। हर मैच में भारतीय टीम खेल भावना से मैदान में उतरी और प्रत्येक खिलाड़ी ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। उसी का परिणाम रहा कि हम पदक जीत पाए।"

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    भगवान की कोई इच्छा होगी

    स्वर्ण नहीं जीतने के प्रश्न पर उन्होंने कहा, यदि स्वर्ण पदक नहीं मिला है तो उसमें परमात्मा की कोई इच्छा होगी परंतु कांस्य पदक लेकर आना भी किसी सफलता से कम नहीं है। हमने देश का नाम ऊंचा किया है।

    पेनल्टी कॉर्नर से अधिक गोल करने पर हरमनप्रीत ने कहा, "खेल के मैदान में केवल जीत मायने रखती है। गोल कैसे भी आएं, चाहे मैदानी या पेनल्टी कॉर्नर से, मायने नहीं रखता। केवल गोल करना और जीतना ही होता है।"

    टीम ने की मदद

    उन्होंने कहा कि यदि ओलंपिक में सबसे अधिक गोल करने का उन्हें अवसर मिला है तो उसमें भी टीम का सहयोग रहा है। कप्तान हरमनप्रीत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि पेरिस जाने से पहले खुद खिलाड़ियों से मिलकर शुभकामनाएं देने व पदक जीतने के बाद बधाई देने के लिए फोन करने से मनोबल बढ़ा। सरकार खिलाड़ियों को पूरा सहयोग देने के साथ आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर दे रही है। उम्मीद है कि आने वाले समय में भारतीय खिलाड़ी और अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

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