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    Los Angeles Olympics 2028: अगले ओलंपिक में भारत भी साइकिलिंग में पेश कर सकता है दावेदारी

    By abhishek tripathiEdited By: Rajat Gupta
    Updated: Sat, 17 Aug 2024 05:00 AM (IST)

    भारत भले पेरिस ओलंपिक में साइकिलिंग में क्वालीफाई नहीं कर सका हो परंतु 2028 में लॉस एंजिलिस में होने वाले ओलंपिक में वह दावेदारी अवश्य पेश कर सकता है। यह मानना है युनियन साइकलिस्ट इंटरनेशनल (यूसीआइ) के विश्व साइकिलिंग केंद्र के निदेशक जैक्स लांद्री का जिन्होंने विशेष बातचीत में बताया कि भारत में साइकिलिंग के विकास की प्रबल संभावना है।

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    भारत में साइकिलिंग संस्कृति की जड़ें! इमेज- सोशल मीडिया

     अभिषेक त्रिपाठी, जागरण नई दिल्ली : भारत भले पेरिस ओलंपिक में साइकिलिंग में क्वालीफाई नहीं कर सका हो, परंतु 2028 में लॉस एंजिलिस में होने वाले ओलंपिक में वह दावेदारी अवश्य पेश कर सकता है। यह मानना है युनियन साइकलिस्ट इंटरनेशनल (यूसीआइ) के विश्व साइकिलिंग केंद्र के निदेशक जैक्स लांद्री का, जिन्होंने विशेष बातचीत में बताया कि भारत में साइकिलिंग के विकास की प्रबल संभावना है। विशेषकर बीएमएक्स रेसिंग स्पर्धा में जो युवा एथलीटों को बहुत आकर्षित करता है।

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    भारत में साइकिलिंग की लोकप्रियता बढ़ रही

    लांद्री ने बताया कि भारतीय साइकिलिंग महासंघ (सीएफआइ) के साथ विश्व साइकिलिंग केंद्र लगातार संवाद कर रहा है, और राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनएसआइ) पटियाला को वह संभावित भागीदार के रूप में देख रहे हैं। भारत में साइकिलिंग की बढ़ती लोकप्रियता के बावजूद वैश्विक स्तर पर कोई विशेष उपलब्धि प्राप्त नहीं कर सकने के सवाल पर लांद्री ने बताया कि पेशेवर रूप से अभी इस खेल को भारत में उतनी पहचान नहीं मिली है। यही कारण है देश ने अब तक इस खेल में कोई विशेष उपलब्धि प्राप्त नहीं की है।

    हालांकि, जैक्स ने कहा, 'भारत में साइकिलिंग संस्कृति की जड़ें जमाने के लिए, नई स्पर्धाओं पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है जहां प्रमुख प्रदर्शन संकेतक शारीरिक शक्तियों और तकनीकी दक्षताओं के विकास पर अधिक ध्यान देते हैं- जैसे कि ट्रैक टीम स्पि्रंट, बीएमएक्स रेसिंग, बीएमएक्स फ्रीस्टाइल।'

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    भारतीय साइकिलिंग कोच केविन सिरौ 2028 ओलंपिक में भारत को क्वालीफाई कराना चाहते हैं। इसकी संभावना पर लांद्री ने कहा, 'भारत में जनसंख्या के आकार को देखते हुए, यदि प्रतिभा पहचान की पहल राष्ट्रीय स्तर पर बार-बार होती रही तो इसकी प्रबल संभावना है कि अन्य प्रतिभाएं वर्तमान टीम में शामिल हो सकती हैं, जो अविश्वनीय परिणाम दें। इसके अलावा, भारत में ट्रैक साइकिलिंग के विकास को उच्च स्तर पर ले जाने के लिए, नई दिल्ली के वेलोड्रोम में अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों की मेजबानी से लोकप्रियता बढ़ाने में मदद मिलेगी और कार्यक्रम में अधिक प्रतिभाएं आकर्षित हो सकेंगी। यही चीज बीएमएक्स रेसिंग और अन्य साइकिलिंग स्पर्धाओं पर भी लागू होता है।'

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