मुक्केबाजी विश्व कप में बिना रिंग में उतरे भारत के चार पदक पक्के
भारत के मुक्केबाजों ने रिंग में उतरे बिना चार पदक पक्के किए जब गुरुवार को जर्मनी के कोलोन में मुक्केबाजी विश्व कप के ड्रॉ में देश के चार मुक्केबाजों को सीधे सेमीफाइनल में जगह मिली। भारतीय दल में हालांकि एक सहयोगी स्टाफ कोविड-19 पॉजिटिव भी पाया गया।

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय मुक्केबाजों ने रिंग में उतरे बिना चार पदक पक्के किए जब गुरुवार को जर्मनी के कोलोन में मुक्केबाजी विश्व कप के ड्रॉ में देश के चार मुक्केबाजों को सीधे सेमीफाइनल में जगह मिली। भारतीय दल में हालांकि एक सहयोगी स्टाफ कोविड-19 पॉजिटिव भी पाया गया।
एशियन गेम्स चैंपियन और विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता अमित पंघाल (52 किग्रा) पुरुष वर्ग में सेमीफाइनल से अपना अभियान शुरू करेंगे, जबकि महिला वर्ग में पूजा रानी (75 किग्रा), मनीषा (57 किग्रा) और सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) कम खिलाड़ियों के कारण अपने-अपने वर्ग में अंतिम चार से शुरुआत करेंगे। टीम के सहयोगी स्टाफ का एक सदस्य हालांकि कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया। इस मामले के सामने आने के बाद दौरे पर गए मुक्केबाजों का एक और दौर का परीक्षण किया गया, जिसमें कोई मुक्केबाज पॉजिटिव नहीं आया।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के एक सूत्र ने बताया, 'फिजियो रोहित कश्यप कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं, लेकिन मुक्केबाज ठीक हैं। उनका दोबारा परीक्षण कराया गया और वे निगेटिव आए हैं। फिजियो को क्वारंटाइन में रखा गया है और उनकी तबीयत ठीक है।' टीम को फिटनेस समस्याओं का भी सामना करना पड़ा जब एशियन चैंपियनशिप के चार बार के पदक विजेता शिव थापा (63 किग्रा) और संजीत (91 किग्रा) को मामूली चोटों के कारण टूर्नामेंट से हटना पड़ा। बाकी टीम पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार तीन दिवसीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेगी, जिसके बाद स्वदेश लौटेगी।
दीपक पूनिया विश्व कप कुश्ती में हारे, कांस्य की उम्मीद कायम
सर्बिया के बेलग्रेड में जारी कुश्ती विश्व कप के छठे दिन 86 किग्रा भारवर्ग के स्टार पहलवान दीपक पूनिया सेमीफाइनल में रूस के पहलवान से 0-4 से हार गए। अब शुक्रवार को दीपक कांस्य पदक के लिए भिड़ेंगे। वहीं सत्यव्रत, राहुल अवारे और गौरव बालियान भी अपने मुकाबले हार गए। इससे पहले बेहद रोमांचक मुकाबले में दीपक लातविया के पहलवान से 0-7 से पिछड़ गए थे, लेकिन इसके बाद उन्होंने वापसी करते हुए विरोधी पहलवान को कोई मौका नहीं दिया। दीपक ने यह कुश्ती 14-7 से जीत ली। इसके बाद उन्होंने क्वार्टर फाइनल में इजराइल के पहलवान को 6-0 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया, लेकिन उन्हें इस मैच में हार का सामना करना पड़ा। उनकी पदक जीतने की उम्मीद अभी बरकरार है।
सत्यव्रत, राहुल और गौरव ने किया निराश : प्रतियोगिता के छठे दिन चार पहलवानों के मुकाबलों पर देश की नजर थी। इनमें 95 किग्रा में सत्यव्रत अपना क्वालीफाइंग मुकाबला जर्मनी के पहलवान से 1-4 से हार गए। 61 किग्रा में राहुल अवारे ने हंगरी के पहलवान को एकतरफा मुकाबले में 10-0 से हरा दिया, लेकिन क्वार्टर फाइनल में अल्जीरिया के पहलवान से अंक बराबर रहने के बाद भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अल्जीरियाई पहलवान के आखिर में दांव लगाने के चलते उसे विजेता घोषित कर दिया गया। अगले मैच में अल्जीरियाई पहलवान के हार जाने के कारण राहुल अवारे की रेपचेज की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया। वहीं 79 किग्रा में पहलवान गौरव बालियान इटली के पहलवान को सात अंकों से हराकर अगले दौर में पहुंचे, लेकिन अगले मैच में रूस के पहलवान के हाथों 10 अंकों से हार का सामना करना पड़ा।
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