Birthday Special: देश की धरोहर हैं पीवी सिंधु, खेल की दुनिया में किया है भारत का नाम रोशन
Happy Birthday PV Sindhu भारत की दमदार शटलर पीवी सिंधु आज के समय में एक या दो नहीं बल्कि लाखों युवा लड़कियों की प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने खुद को इस काबिल बनाने में बहुत मेहनत की है कोई उनको अपना आदर्श समझे।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भारत की सर्वकालिक महान शटलरों की लिस्ट बनेगी तो उसमें एक पीवी सिंधु का नाम भी हमेशा शामिल किया जाएगा। साल 2009 के बाद से एक लंबा सफर बैडमिंटन खेल की दुनिया में उन्होंने तय किया है, लेकिन अपनी कड़ी मेहनत के दम पर उन्होंने पहाड़ों को चीरते हुए नाम कमाया है। अपना ही नहीं, बल्कि देश का भी नाम रोशन उन्होंने किया है। पीवी सिंधू कड़ी मेहनत और समर्पण की वजह से ही वे सफलता की सीढ़ी के शीर्ष पर चढ़ी हैं।
पीवी सिंधू (Pusarla Venkata Sindhu) की बात आज हम इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उनका आज 26वां जन्मदिन है। खेल की दुनिया में अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के दम पर सफलता करने वाली पीवी सिंधु आज देश की लाखों लड़कियों की प्रेरणास्त्रोत बनी हुई हैं। 5 जुलाई 1995 को हैदराबाद में जन्मीं पीवी सिंधू के माता-पिता राष्ट्रीय स्तर के वॉलीबॉल खिलाड़ी थे, लेकिन उन्होंने अपनी बेटी के लिए एक अलग राह चुनी। हालांकि, ये खेल से ही जुड़ी थी।
भारत की बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु के पिता पीवी रमना 1986 के सियोल एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय वॉलीबॉल टीम का हिस्सा थे। खेल में योगदान के लिए उन्हें अर्जुन अवॉर्ड भी मिल चुका है। वहीं, उनकी बेटी पीवी सिंधु अब तक कई राष्ट्रीय सम्मान हासिल कर चुकी हैं। उनको राजीव गांधी खेल रत्न के अलावा, पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा पिछले साल जनवरी में उनको पद्म भूषण सम्मान से भी नवाजा गया था।
आपको बता दें, पीवी सिंधु देश की पहली ऐसी महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ओलंपिक खेलों में रजत पदक हासिल किया है। 2016 रियो ओलंपिक खेलों में बैडमिंटन वुमेंस सिंगल्स में पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल देश को जिताया था। इतना ही नहीं, वह विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में पांच पदक जीतने वाली दुनिया की दूसरी खिलाड़ी भी हैं। पीवी सिंधु ने फोर्ब्स हाईएस्ट-पेड महिला एथलीटों में भी अपनी जगह बनाई, जो किसी भी भारतीय के लिए गर्व की बात है।
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