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आखिरकार द्रोणाचार्य बनेंगे जसपाल राणा, आज तय होंगे खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार के नाम

आज खेल रत्न समेत तमाम खेल पुरस्कारों का ऐलान किया जाएगा क्योंकि समित आज सभी नामों पर मुहर लगाने वाली है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Tue, 18 Aug 2020 08:34 AM (IST)Updated: Tue, 18 Aug 2020 08:34 AM (IST)
आखिरकार द्रोणाचार्य बनेंगे जसपाल राणा, आज तय होंगे खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार के नाम
आखिरकार द्रोणाचार्य बनेंगे जसपाल राणा, आज तय होंगे खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार के नाम

नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। मनु भाकर, सौरभ चौधरी और अनीष भानवाला जैसे विश्वस्तरीय निशानेबाज देश को देने वाले अनुभवी कोच जसपाल राणा को आखिरकार द्रोणाचार्य पुरस्कार से नवाजा जाएगा। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार के लिए 12 सदस्यीय समिति ने सोमवार को द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कार के लिए नामों की सिफारिश की है। अब समिति मंगलवार को राजीव गांधी खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार के नामों को भी पक्का करेगी। जसपाल के अलावा हॉकी कोच रोमेस पठानिया, जूड फेलिक्स और वुशु कोच कुलदीप पठानिया समेत 13 कोचों को द्रोणाचार्य पुरस्कार दिया जाएगा। वहीं, 15 को मेजर ध्यानचंद सम्मान के लिए चुना गया है।

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राणा के नाम की सिफारिश नेशनल राइफल एसोसिएशनल ऑफ इंडिया (एनआरएआइ) ने की थी। उनका नाम पिछली बार भी भेजा गया था, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया था। इसके बाद दिग्गज निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने चयन समिति पर सवाल उठाए थे। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के एक सूत्र ने कहा कि खेल प्रोत्साहन पुरस्कार में पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ का नाम तय किया गया है।

ध्यानचंद लाइफटाइम में नंदन बाल (टेनिस), अजीत सिंह (हॉकी), सुखविंदर सिंह (फुटबॉल), मंजीत सिंह (मुक्केबाजी), दिवंगत सचिन (तैराकी) आदि के नाम शामिल हैं। द्रोणाचार्य लाइफटाइम में 93 वर्षीय नरेश कुमार (टेनिस), ओपी दहिया (कुश्ती), केके दहिया (कबड्डी), धर्मेंद्र तिवारी (तीरंदाजी) आदि के नामों की सिफारिश की गई है। हालांकि क्रिकेट में किसी को नहीं मिला है। भारतीय स्पिन गेंदबाज युजवेंद्रा सिंह चहल के कोच ने अपना नाम भेजा था, लेकिन समिति में शामिल वीरेंद्र सहवाग ने उनका नाम काट दिया।

सहवाग ने कहा कि एक खिलाड़ी के एक कोच को पुरस्कृत करने की परंपरा अच्छी नहीं है। कोच वह होना चाहिए जिन्होंने छह या कई खिलाड़ी देश को दिए हैं। व्यक्तिगत कोच को देने की क्या जरूरत है। पहले से ज्यादा 13 द्रोणाचार्य पुरस्कार हो गए हैं। पहले पांच या छह को मिलते थे।

सूत्र ने कहा कि इस बार पुरस्कारों के नामों की सूची बढ़ गई है। कुल 500 लोगों ने आवेदन किया था जिसमें व्यक्तिगत भी शामिल थे। 100 से ज्यादा द्रोणाचार्य पुरस्कार के आवेदन आए थे। ध्यानचंद पुरस्कार में भी 40 से ज्यादा नाम थे। हर साल 29 अगस्त को हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में ये पुरस्कार दिए जाते हैं।

ऑनलाइन हो सकता है समारोह

पहली बार इस साल राष्ट्रीय खेल समारोह कोरोना वायरस महामारी के कारण ऑनलाइन आयोजित हो सकते हैं जिसमें सभी विजेता अपनी-अपनी जगह से 29 अगस्त को लॉग इन करेंगे। खेल मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा, 'इस साल का पुरस्कार समारोह ऑनलाइन होगा। सरकार के निर्देशों के अनुसार समारोह के दिन ही सुबह विजेताओं के नाम की घोषणा की जाएगी।'


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