दिमागी विकास के लिए दमदार खेल है शतरंज, इसकी बिसात में छिपा है ज्ञान का भंडार
बच्चों के दिमागी विकास के लिए शतरंज का एक दमदार खेल है जिससे आप एक दो नहीं बल्कि दर्जनों चीजें सीख सकते हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। शतरंज (Chess) एक ऐसा खेल है, जिसे लोग बोरियत वाला खेल समझते है, क्यों ये दो खिलाड़ियों के बीच खेला जाता है, लेकिन इसमें किसी भी तरह की शारीरिक ऊर्जा नहीं लगती है। इसे आप एक छोटी सी जगह पर खेल सकते हैं। शतरंज शारीरिक तो नहीं, बल्कि एक बौद्धिक और मनोरंजक खेल जरूर है, जिसे देश और दुनिया के लोग पसंद करते हैं।
इस खेल का इतिहास भले ही सदियों पुराना है, लेकिन ऐसा भी नहीं है कि इस खेल में भविष्य नहीं है। भारत समेत दुनियाभर के सैकड़ों-हजारों खिलाड़ी ऐसे हैं, जिन्होंने इस खेल से नाम बनाया है। कहा जाता है कि किसी अज्ञात बुद्धि-शिरोमणि ने पांचवीं या छठी सदी में इस खेल को संसार के बुद्धिजीवियों को भेंट में दिया था, जिसे पहले चतुरंग के नाम से जाना था।
इस खेल का जन्म भारत में हुआ था, लेकिन अरब से यूरोप होते हुए ये दुनिया में लोकप्रिय और प्रसिद्ध हो गया। अगर आप भी कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन में फंसे हैं और अपने बच्चों के दिमाग का विकास करना चाहते हैं तो उन्हें ये खेल जरूर खेलने के लिए प्रेरित करें, जिसमें संयम से लेकर सोचने तक की क्षमता बढ़ती है।
क्या है शतरंज
शतरंज एक इंडोर गेम है, जिसे चौपाट (जिसे बिसात या चैसबोर्ड भी कहते हैं) के ऊपर दो व्यक्तियों द्वारा खेला जाता है। बिसात पर कुल 64 खाने या वर्ग होते हैं, जिसमें 32 चौरस खाने एक रंग और इतने ही खाने अन्य किसी रंग के होते हैं। आमतौर पर चेस में काले और सफेद खाने होते हैं। दोनों खिलाड़ी के पास एक-एक राजा, एक-एक वजीर, दो-दो ऊंट, दो-दो घोडे, दो-दो हाथी और आठ-आठ सैनिक होते हैं। खेल का परिणाम राजा के मारने से निकलता है। अगर राजा को चलने बाध्य किया और किसी भी तरफ चल नहीं सकता तो मान लीजिये कि खेल खत्म हो गया।
शतरंज खेलने के फायदे
शतरंज खेलने से आपके अंदर एकाग्रता यानी फोकस को बढाता है। इस खेल से जुड़े लोगों में अन्य व्यक्ति के मुकाबले एकाग्रता ज्यादा होती है। कम उम्र से अगर इस खेल को खेला जाए तो इसके परिणा काफी अच्छे होते हैं। इसके अलावा फैसले लेने की क्षमता भी शतरंज की बिसात आपको सिखाती है, जिससे व्यक्ति के सोचने के नए आयाम खुलते हैं।
शतरंज का खेल आपको प्लानिंग, विश्वास, अनुशासन भी सिखाता है। शतरंज खेलने वाले बच्चों के अंदर गणित और विज्ञान जैसे कठिन विषयों पर अच्छी पकड़ बन जाती है। जो व्यक्ति शरतंज खेलता है उसकी कैलकुलेशन अच्छी हो जाती है। इसके अलावा ये खेल गहराई से सोचने और खोज करने की प्रवृत्ति को बढ़ाने में सक्षम है, जिसमें आपके अंदर की कल्पना का विकास होता है। साथ ही क्या गलत है और क्या इसकी समझ भी इस खेल से मिलती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।