Billiards World Championship: पंकज आडवाणी ने 25वीं विश्व ट्राफी जीती, अपने हमवतन सौरव को फाइनल में हराया
Billiards World Championship विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीतने के बाद पंकज आडवाणी ने कहा कि मैं विश्व स्तर पर भारत को गोल्ड मेडल दिलाने के बाद गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। अपनी इस सफलता से मुझे काफी खुशी महसूस हो रही है।

कुआलालंपुर, प्रेट्र। भारत के शीर्ष स्नूकर खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने शनिवार को विश्व चैंपियनशिप में बिलियर्ड्स के फाइनल में हमवतन सौरव कोठारी को 4-0 से हराकर अपने करियर की 25वीं विश्व ट्राफी जीती। आडवाणी ने बेहतरीन खेल दिखाया और पहले फ्रेम से ही अपने इरादे साफ कर दिए थे कि वह कोठारी को कोई मौका नहीं देंगे। इस 150 से अधिक के प्रारूप में आडवाणी ने पहले फ्रेम को 149 के ब्रेक के साथ अपने नाम किया। तब तक कोठारी ने खाता भी नहीं खोला था।
कोठारी को अपने पहले अंतरराष्ट्रीय बिलियर्ड्स एवं स्नूकर महासंघ (आइबीएसएफ) विश्व ट्राफी का इंतजार है। इस बेस्ट आफ सेवन के फाइनल में आडवाणी ने शुरू से बेहतरीन खेल दिखाकर एक कैलेंडर वर्ष में बिलियर्ड्स का राष्ट्रीय, एशियाई और विश्व ट्राफी जीतने का पांचवीं बार अनूठा कीर्तिमान स्थापित किया। कोठारी को दूसरे फ्रेम में कुछ मौके मिले, लेकिन वह उसका फायदा नहीं उठा पाए। दूसरी तरफ आडवाणी ने 77 के ब्रेक की मदद से 2-0 की बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद आडवाणी के खेल में और निखार देखने को मिला और उन्होंने अपने कौशल से मलेशियाई दर्शकों को भी मंत्रमुग्ध कर दिया।
आडवाणी ने तीसरे फ्रेम में 153 का टूर्नामेंट का सर्वोच्च ब्रेक बनाया, जिससे वह ट्राफी से केवल एक फ्रेम दूर रह गए थे। आडवाणी ने चौथे फ्रेम में 80 और 60 के दो ब्रेक बनाकर ट्राफी अपने नाम की। कोठारी का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और उन्होंने केवल 72 अंक बनाए। दूसरी तरफ आडवाणी ने 600 से अधिक अंक बनाकर लगातार पांचवें वर्ष ट्राफी जीती। कोविड-19 के कारण पिछली विश्व चैंपियनशिप 2019 में खेली गई थी। आडवाणी ने इससे पहले आखिरी विश्व ट्राफी 12 महीने पहले कतर में जीती थी। तब उन्होंने आइबीएसएफ 6-रेड स्नूकर विश्व कप में ट्राफी अपने नाम की थी।
पंकज अडवाणी ने इस सफलता के बाद कहा कि मैंने जिस तरह का खेल दिखाया और जिस तरह से मैंने इस वर्ष प्रत्येक बिलियर्ड्स प्रतियोगिता में ट्राफी जीती, उससे वास्तव में मैं बहुत खुश हूं। मैं अपने देश को विश्व स्तर पर एक और स्वर्ण पदक दिलाने से सम्मानित महसूस कर रहा हूं।
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