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    एशियन गेम्स के इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, 15 गोल्ड सहित जीते 69 मेडल

    By Lakshya SharmaEdited By:
    Updated: Sun, 02 Sep 2018 10:36 AM (IST)

    भारत का प्रदर्शन साल 2010 में हुए खेलों में भी अच्छा रहा था, उस वक्त भारत 14 गोल्ड जीतने में सफल रहा था

    एशियन गेम्स के इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, 15 गोल्ड सहित जीते 69 मेडल

    नई दिल्ली, जेएनएन। एशियन गेम्स 2018 भारत के लिए एक यादगार टूर्नामेंट रहा। इस बार भारतीय खिलाड़ियों ने इन खेलों के इतिहास में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। भारत ने इस बार 15 गोल्ड, 24 सिल्वर और 30 कांस्य पदक सहित 69 मेडल अपने नाम किए हैं।

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    इससे पहले भारत का एशियाइ खेल में बेस्ट प्रदर्शन साल 1951 में था, उस वक्त दिल्ली में हुए एशियाड में भारत ने 51 मेडल जीते थे, जिनमें 15 गोल्ड मेडल भी शामिल थे। भारत का प्रदर्शन साल 2010 में हुए खेलों में भी अच्छा रहा था, उस वक्त भारत 14 गोल्ड जीतने में सफल रहा था। उस साल भारत ने 14 गोल्ड, 17 सिल्वर और 34 कांस्य पदक हासिल किए थे।

    एशियन गेम्स 2018 में गोल्ड जीतने वाले खिलाड़ी

    बजरंग पूनिया- कुश्ती (पुरुष फ्री स्टाइल 65 किलोग्राम)

    भारतीय रेसलर बजरंग पूनिया ने18 वें एशियाई खेलों में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलवाया। ये मेडल पूनिया ने जापान के रेसलर ताकातिनी दायची को हराकर जीता। बजरंग ने पुरुषों के 65 किलोग्राम भारवर्ग फ्रीस्टाइल स्पर्धा में स्वर्ण पदक पर कब्जा किया।

    विनेश फोगाट- कुश्ती( महिला फ्री स्टाइल 50 किलोग्राम)

    भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट ने भारत को दूसरा गोल्ड मेडल दिलाया। विनेश ने 50 किलोग्राम भारवर्ग फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में जीत हासिल कर ये मेडल जीता। विनेश ने जापानी महिला पहलवान यूकी आइरी को फाइनल मुकाबले में 6-2 से हराकर गोल्ड पर कब्जा किया। एशियन गेम्स के इतिहास में ये पहला मौका है जब भारत ने महिला रेसलिंग में गोल्ड मेडल जीता है।

    सौरभ चौधरी- शूटिंग ( पुरुष 10मीटर एयर पिस्टल)

    शूटर सौरभ चौधरी ने भारत की झोली में तीसरा गोल्ड मेडल डाला। सौरव ने 10 मी एयर पिस्टल इवेंट में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया।

    राही सरनोबत- शूटिंग( महिला 25 मीटर पिस्टल)

    25 मीटर एयर पिस्टल में भारत की राही सरनोबत ने गोल्ड मेडल जीता। राही आखिरी सीरीज में राही तीन के तीन निशाने चूक गई थी लेकिन दबाव के कारण फाइनल में थाईलैंड की निशानेबाज के भी सभी निशाने चूक गए। दोनों के बीच नतीजा शूटऑफ से हुआ। फाइनल में इन दोनों के बीच बहुत रोमांचक मुकाबला हुआ।

    पुरुष रोइंग ( सरवन सिंह, दत्तू भोकानाल, ओम प्रकाश, सुक्मत)

    भारतीय खिलाड़ियों ने रोइंग मुकाबले में बेहतरीन प्रदर्शन कर गोल्ड मेडल अपने नाम किए हैं। भारतीय रोइंग टीम ने (नौकायन) पुरुषों की 'क्वाडरपल स्कल्स स्पर्धा' में गोल्ड मेडल जीता। स्वर्ण सिंह, दत्तु भोकनल, ओम प्रकाश और सुखमीत की टीम ने भारत को रोइंग में गोल्ड मेडल दिलाया।

    टेनिस पुरुष डबल्स (रोहन बोपन्ना और दिविज शरण)

    टेनिस के डबल्स में भी भारत ने गोल्ड मेडल जीता। रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की जोड़ी ने फाइनल मुकाबले में शानदार खेल दिखाते हुए कजाखस्तान की जोड़ी को 6-3, 6-4 से शिकस्त दी है।

    तेजिंदर सिंह तूर( पुरुष शॉटपुट)

    तेजिंदरपाल सिंह तूर ने ना केवल गोल्ड जीता बल्कि इतिहास रच दिया, उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 18वें एशियाई खेलों में शॉट पुट स्पर्धा में गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। तूर ने एशियाई रिकॉर्ड के साथ पहला स्थान भी हासिल किया। तेजिंदर ने 20.75 मीटर के मुकाबले में जीत के साथ भारत का परचम लहराया। 

    नीरज चोपड़ा( पुरुष जेवलिन थ्रो)

    मेन्स जेवलिन थ्रो में भारत के नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा। नीरज का पहला थ्रो 83.46 मीटर रहा हालांकि दूसरे थ्रो में उनका पैर लाइन से बाहर चला गया, जिसे फाउल माना गया लेकिन तीसरे थ्रो में उन्होंने 88.06 दूर भाला फेंका और यह स्वर्ण जीतने के लिए काफी था। इसी के साथ नीरज ने खुद का ही नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा।

    मंजीत सिंह ( पुरुष 800 मीटर रेस)

    भारत के मनजीत सिंह ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पुरुषों की 800 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। मनजीत ने 1 मिनट 46.15 सेकेंड का समय निकाला।

    अरपिंदर सिंह( पुरुष ट्रिपल जंप)

    अरपिंदर ने भारत को टूर्नामेंट 10वां गोल्ड दिलाया। ट्रिपल जंप में इस भारतीय एथलीट ने गोल्ड जीतकर इतिहास रचा। अरपिंदर  ने भारत को 48 साल बाद ट्रिपल जंप में गोल्ड मेडल दिलाया। ट्रिपल जंप में यह भारत का छठा पदक है हालांकि इनमें से तीन बार ही भारतीय खिलाड़ी गोल्ड जीत पाए हैं। ट्रिपल जंप में भारत के लिए आखिरी गोल्ड साल 1970 में मोहिंदर सिंह गिल ने जीता था।

    स्वप्ना बर्मन ( महिला हैप्टाथलन)

    स्वप्ना बर्मन ने हेप्टाथलन 800 मीटर की रेस को 2.21.13 में करके 808 अंक हासिल किए और सात अलग अलग इवेंट में कुल 6 हजार अंकों के साथ के साथ गोल्ड पर कब्जा जमाया। ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय एथलीट है।

    जिनसन जॉनसन( पुरुष 1500 मीटर)

    भारतीय धावक जिनसन जॉनसन ने 1500 मीटर फाइनल में अपनी धाक दिखाते हुए भारत को 12वां गोल्ड मेडल दिलाया। उन्होंने 1500 मीटर फाइनल रेस को 3:44:72 सेकेंड में पूरा करते हुए सोने पर कब्जा किया। 

    महिला 4 x 400 रिले

    भारत के लिए 13वां गोल्ड मेडल भी एथलेटिक्स से ही आया। महिलाओँ की चार गुणा चार सौ मीटर के रेस में भारतीय महिला धावकों ने एशिया में अपनी धाक जमा दी। इस रिले रेस के फाइनल में हिमा दास की अगुआई में भारत ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इस रेस में हिमा का साथ एमआर पूवामा, सरिताबेन गायकवाड़ और विस्मय कोरोथ ने निभाया। इन चारों धावकों ने अपनी रेस को पूरा करने में 3:28:72 सेकेंड का वक्त निकाला और पहले स्थान पर रहे।

    अमित पंघाल ( बॉक्सिंग)

    भारतीय मुक्केबाज अमित पंघाल ने भारत को 14वां गोल्ड मेडल दिलाया। 49 किलोग्राम भारवर्ग के मुक्केबाजी फाइनल प्रतियोगिता में अमित का सामना रियो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट उजबेकिस्तान के हसनबॉय दुश्मातोव से था। खिताबी मुकाबले को अमित ने आसानी से गोल्डन पंच मारा।

    भारतीय ब्रिज टीम

    ब्रिज में भी भारत को गोल्ड मेडल मिला है। 60 वर्षीय प्रणबनाथ और 56 वर्षीय शिबनाथ सरकार की जोड़ी ने इस कम लोकप्रिय खेलों में गोल्ड मेडल जीता लेकिन ये भी सच है कि इस भारतीय जोड़ी से गोल्ड की उम्मीद कोई नहीं कर रहा था

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