भारतीय शतरंज खिलाड़ियों के लिए स्कॉलरशिप, 42 प्लेयरों का किया गया चयन; AICF ने लॉन्च की स्कीम
भारतीय शतरंज के इतिहास में पहली बार प्रतिभावान और जरूरतमंद खिलाड़ियों के लिए स्कॉलरशिप की शुरुआत की गई है। सात अलग-अलग आयु वर्गों के राष्ट्रीय स्तर के 42 खिलाड़ियों का चयन स्कॉलरशिप के लिए किया गया है।

चेस की सांकेतिक तस्वीर
राज्य ब्यूरो, जागरण, चंडीगढ़। भारतीय शतरंज के इतिहास में पहली बार प्रतिभावान और जरूरतमंद खिलाड़ियों के लिए स्कॉलरशिप की शुरुआत की गई है। सात अलग-अलग आयु वर्गों के राष्ट्रीय स्तर के 42 खिलाड़ियों का चयन स्कॉलरशिप के लिए किया गया है।
अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के अध्यक्ष नितिन नारंग ने बुधवार को इन खिलाड़ियों के खातों में अप्रैल से जून माह तक पहली तिमाही के लिए 42 लाख रुपये की स्कॉलरशिप राशि भेजी है। स्कॉलरशिप के लिए शतरंज के इन खिलाड़ियों का चयन साल 2024-25 के खेल प्रदर्शन के आधार पर किया गया है।
उन्हें पिछले साल महासंघ के अध्यक्ष की बागडोर मिली है। उन्हीं के नेतृत्व में 18 साल की उम्र में चीन के डिंग लिरेन को हराकर भारत के गुकेश डी शतरंज में विश्व चैंपियन बने हैं। नितिन नारंग ने जरूरतमंद व प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कोचिंग, यात्रा संबंधी जरूरतों और विश्व स्तरीय प्रतिस्पर्धाओं में भागीदारी के लिए बेहतरीन तैयारी के लिए छह करोड़ 15 लाख 60 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की योजना बनाई है।
इससे पहले शतरंज के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए इतनी धनराशि की व्यवस्था कभी नहीं हुई। अप्रैल से जून के महीनों के लिए कुल 42.30 लाख रुपये वितरित किए गए हैं। अंडर-7 से लेकर अंडर-19 आयु वर्ग के खिलाड़ी इस योजना के लाभार्थी होंगे।
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