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    पर्यटकों के लिए नहीं खुल पाया खंडाधार जलप्रपात

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 13 Dec 2020 07:56 PM (IST)

    ओडिशा के प्रमुख पर्यटन स्थल खंडाधार जलप्रपात क्षेत्र को कोरोना के मद्देनजर अबतक नहीं खोला जा सका है।

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    पर्यटकों के लिए नहीं खुल पाया खंडाधार जलप्रपात

    जागरण संवाददाता, राउरकेला : ओडिशा के प्रमुख पर्यटन स्थल खंडाधार जलप्रपात क्षेत्र को कोरोना के मद्देनजर अबतक नहीं खोला जा सका है। जबकि पिकनिक का समय होने से बड़ी संख्या में लोग विभिन्न स्पाट में जा रहे हैं। खंडाधार जलप्रपात में जाने वाले लोग अनुमति को लेकर दुविधा में हैं। वन विभाग की ओर से खंडाधार क्षेत्र की निगरानी के लिए 32 युवाओं को नियुक्ति दी गई है। उन्हें भी पर्यटन स्थल के खुलने की प्रतीक्षा है।

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    बणई अनुमंडल के लहुणीपाड़ा ब्लाक में बणई से 20 किलोमीटर एवं लहुणीपाड़ा से 25 किलोमीटर दूर स्थित खंडाधार जलप्रपात पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है। यहां सालों भर पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी रहता है। पिकनिक के दिनों में यहां सैकड़ों की संख्या में लोगों का आना होता है। कोरोना संक्रमण के चलते इसे बंद कर दिया गया है। भुवनेश्वर में नंदन कानन, कोणार्क समेत अन्य पर्यटन स्थलों को खोला जा चुका है पर खंडाधार को अनुमति नहीं मिल पाई है। पिछले साल पिकनिक के मौसम में यहां आने वाले पर्यटकों से 27 लाख रुपये टैक्स वसूली की गई थी। खंडाधार जलप्रपात क्षेत्र में समय बिताने के इच्छुक लोगों के लिए इको -काटेज का भी निर्माण कराया गया है। इसके लिए आनलाइन बुकिग की जाती है। इको टूरिज्म के जरिए सौंदर्यीकरण करने के साथ ही यहां दस काटेज, दो बंगला, भोज के लिए 30 चबूतरे भी बनाए गए हैं। 17 चबूतरों का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके साथ ही पुरुष व महिलाओं के लिए अलग अलग शौचालय की भी व्यवस्था है। 90 सोलर लाइट व 640 फ्लड लाइट से जगमग होने वाला खंडाधर जलप्रपात पर्यटकों को आकृष्ट करता है। कोरोना संक्रमण के बाद वन विभाग की ओर से पर्यटकों के लिए पहली नवंबर से काटेज की आनलाइन बुकिग शुरू कराई गई है। लेकिन अब तक पर्यटकों के लिए इसे नहीं खोला गया है, इस कारण लोग वहां पहुंचकर निराश होकर लौट रहे हैं। साथ ही इस क्षेत्र की देखरेख में नियोजित 38 युवाओं को काम नहीं मिल रहा है। उन्हें भी इसके खुलने का इंतजार है। कोट-

    खंडाधर जलप्रपात को खोलने के लिए शीघ्र प्रशासन एवं वन विभाग अधिकारियों की बैठक होगी। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए इसे खोलने पर विचार किया जा रहा है। शीघ्र ही इस पर निर्णय लिया जा सकता है।

    जोहना ओराम, एसीएफ बणई।