Sambalpur News: '10 हजार के खातिर की हत्या', बुर्ला पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का खुलासा; चार आरोपी गिरफ्तार
संबलपुर के दलदलीपाड़ा में हुए ब्लाइंड मर्डर केस का पर्दाफाश हुआ जिसमें पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। बाबू यादव नामक युवक की हत्या जबरन वसूली के कारण हुई थी। करण जोशी और उसके साथियों ने बाबू यादव से तंग आकर उसकी हत्या कर दी और शव को बुर्ला पावर चैनल में फेंक दिया।

संवाद सहयोगी, संबलपुर। करीब एक पखवाड़े पहले, स्थानीय दलदलीपाड़ा में घटित ब्लाइंड मर्डर केस का पर्दाफाश करते हुए, संबद्ध खेतराजपुर पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर सोमवार के दिन न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपितों में दो सगे भाई करण जोशी और अर्जुन जोशी भी शामिल हैं।
इसे लेकर सोमवार के दिन, संबलपुर जिला पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में जिला पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार भामू ने बताया कि जबरन रूपए मांगने को लेकर बाबू यादव उर्फ चटनी की हत्या हुई थी।
बाबू यादव अपने मोहल्ले दलदलीपाड़ा के करण जोशी उर्फ नानू को 10 हजार रूपए की खातिर परेशान करने लगा था, जिसकी वजह से उसकी हत्या कर दी गई।
पीड़ित करण जोशी ने अपने साथियों के साथ मिलकर बाबू यादव उर्फ चटनी की हत्या करने के बाद उसके शव को बुर्ला पॉवर चैनल में फेंक दिया था, जिसे बुर्ला पुलिस ने 9 अगस्त को जब्त किया था। इस घटना के बाद, 13 अगस्त के दिन, मृतक बाबू यादव उर्फ चटनी के भाई गोलू यादव ने खेतराजपुर थाना में अपने भाई बाबू उर्फ चटनी के कहीं लापता हो जाने का रिपोर्ट दर्ज कराया था।
इसी के बाद मृतक की पहचान हुई और पुलिस ने जांच पड़ताल शुरु करते हुए 18 अगस्त के दिन, इस हत्याकांड में शामिल दो मुख्य आरोपितों और उनके दो साथियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लोहे का एक सरिया और एक चाकू जब्त किया।
पैसे के खातिर की हत्या
पुलिस अधीक्षक भामू के अनुसार, खेतराजपुर थाना अंतर्गत दलदलीपाड़ा में रहने वाला बाबू यादव उर्फ चटनी दबंग युवक था। उसने अपने ही मोहल्ले के करण जोशी से जबरन 10 हजार रूपए मांगे थे। करण जब रूपए नहीं दे सका तब बाबू उसे आते-जाते परेशान करने लगा।
इससे छुटकारा पाने के लिए करण ने जगदीश रोहिदास के साथ मिलकर बाबू की हत्या की योजना बनाई। पांच अगस्त की रात मोहल्ले के शीतल तालाब के पास बाबू यादव को बहाने से बुलाया और हत्या कर उसके शव को पास के झाड़ियों में छिपा दिया।
आठ अगस्त की शाम शव से दुर्गंध आने लगा तब करण और जगदीश ने अपने अन्य दो साथी अर्जुन जोशी और सानंद रोहिदास को बुलाया और एक गाड़ी से बाबू के शव को ले जाकर बुर्ला पॉवर चैनल में फेंक दिया था, जिसे 9 अगस्त के दिन बुर्ला पुलिस ने जब्त किया था।
बाद में, शव की पहचान लापता बाबू यादव उर्फ चटनी के रूप में हुई। शव की पहचान होने के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरु करते हुए इस ब्लाइंड मर्डर केस का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपितों को गिरफ्तार किया।
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