बोर्ड परीक्षा रद कराने सड़क पर उतरे 12वीं के छात्र
बारहवीं द्वितीय वर्ष के लिए पूर्व घोषित टर्मिनल परीक्षा के बजाय बोर्ड परीक्षा कराए जाने के सरकार निर्णय को लेकर छात्रों का विरोध शुरू हो गया है।

संवाद सूत्र, संबलपुर : बारहवीं द्वितीय वर्ष के लिए पूर्व घोषित टर्मिनल परीक्षा के बजाय बोर्ड परीक्षा कराए जाने के सरकार निर्णय को लेकर छात्रों का विरोध शुरू हो गया है। सरकार के इस निर्णय के विरोध में सोमवार के दिन स्थानीय गंगाधर मेहेर जूनियर कॉलेज के छात्रों ने कालेज के मुख्य फाटक के सामने विरोध प्रदर्शन करने समेत जिलाधीश के हवाले से राज्यपाल के नाम ज्ञापन प्रदान किया, जिसमें बोर्ड परीक्षा को रद कर टर्मिनल परीक्षा कराए जाने की मांग की गई है।
कोसल स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से बताया गया है कि छात्रों को दो कारणों से आगामी बोर्ड परीक्षा में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। पहले, सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार छात्र बोर्ड परीक्षा के लिए नहीं बल्कि टर्मिनल परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। तब सरकार ने कहा है कि टर्मिनल परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर परिणाम घोषित किया जाएगा। उस समय किसी बोर्ड परीक्षा के बारे में नहीं बताया गया। अब, सरकार ने अचानक बोर्ड परीक्षा की घोषणा कर इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। बोर्ड परीक्षा के लिए छात्रों को पर्याप्त समय भी नहीं दिया गया और कालेजों में पाठ्यक्रम अधूरे रह गए हैं। ऐसे में, सरकार के इस निर्णय से छात्रों का अकादमिक करियर खतरे में पड़ सकता है। ऐसे में, बोर्ड परीक्षा के निर्णय को रद करने एवं टर्मिनल परीक्षा के प्रदर्शन पर परिणाम घोषित किए जाने का अनुरोध राज्यपाल से किया गया है। पश्चिम ओडिशा के छह जिलों में संक्रमण 100 से नीचे : जनवरी महीने के चौथे सप्ताह के दौरान पश्चिम ओडिशा के कुछ जिलों में कोरोना संक्रमण का ग्राफ 100 से नीचे पहुंचा है तो कुछ जिलों में अभी भी संक्रमण 100 से ऊपर दर्ज किया जा रहा है।
सोमवार, 31 जनवरी के दिन सुंदरगढ़ जिला में सर्वाधिक 237 और सोनपुर जिला में सर्वनिम्न 35 संक्रमित मिले, जबकि नुंआपाड़ा जिला में 129, संबलपुर जिला में 115 और कालाहांडी जिला में 107 संक्रमित मिले। इसी तरह, झारसुगुड़ा जिला में 74, बलांगीर और देवगढ़ जिला में 67- 67, बऊद जिला में 49 और बरगढ़ जिला में 46 संक्रमित मिले।
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