भुवनेश्वर-राउरकेला इंटरसिटी एक्सप्रेस की चपेट में आने से हाथी की मौत
भुवनेश्वर-राउरकेला इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से एक और दंतैल हाथी की मौत हो गई। ये हाथी अपने झुंड से अलग होकर शनिवार जामपाली गांव की ओर चला गया था और वहां से धान खाकर अपनी झुंड की ओर लौटते समय ट्रेन की चपेट में आ गया।
संबलपुर, जागरण संवाददाता। बीते 29 -30 नवंबर की रात संबलपुर जिला के सदर वन रेंज अंतर्गत बसियापाड़ा गांव के निकट अवैध शिकारियों द्वारा शिकार के लिए बिछाए गए बिजली तार की चपेट में एक दंतैल हाथी की मौत को एक सप्ताह भी नहीं बीता था कि शनिवार, 5 दिसंबर की देर शाम भुवनेश्वर-राउरकेला इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से एक और दंतैल हाथी की मौत हो गई। ट्रेन के ड्राइवर की सूचना के बाद संबलपुर रेल मंडल और संबलपुर वन मंडल के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जांच-पड़ताल की।
शाम को अंधेरा घिर जाने और आसपास हाथियों का झुंड होने के खतरे को देखते हुए हाथी की मौत की जांच और पोस्टमार्टम रविवार के दिन कराए जाने का निर्णय लिया गया। बताया जा रहा है कि यह हादसा तब हुआ जब एक दंतैल हाथी अपने झुंड से अलग होकर शनिवार की शाम जामपाली गांव की ओर चला गया था और वहां से धान खाकर अपनी झुंड की ओर लौटते समय इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गया।
संबलपुर मंडल वन अधिकारी डॉ. संजीत कुमार के अनुसार , यह हादसा संबलपुर- तालचेर रेल सेक्शन के हाथिबारी- जुजुमुरा स्टेशन के बीच गड़गड़बाहाल ब्रिज के निकट हुई। शनिवार की शाम साढ़े छह बजे जब भुवनेश्वर-राउरकेला इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन गड़गड़बाहाल ब्रिज के निकट से गुजर रही थी तभी 10-12 वर्षीय एक दंतैल हाथी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गया। ट्रेन के पायलट ने रेल अधिकारियों को इस हादसे के बारे में सूचित किया। इसके बाद रेल अधिकारियों ने वन अधिकारियों को सूचित किया।
सूचना मिलते ही मंडल वन अधिकारी डॉ. संजीत समेत सहायक वन संरक्षक मदनलाल शर्मा, सदर रेंज अधिकारी गौरीशंकर दास समेत मंडल रेल के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। प्राथमिक जांच पड़ताल के दौरान पता चला है कि इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन एक मोड़ से गुजर रही थी तभी दंतैल हाथी रेल पटरी पार करने की कोशिश कर रहा था और चपेट में आ गया। हादसा एक मोड़ पर होने से शायद ट्रेन का ड्राइवर हाथी को और हाथी ट्रेन को नहीं देख सका। अब इस हादसे की पूरी जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि गलती किसकी थी। बताया गया है कि जिला के सदर वन रेंज में चार दंतैल समेत करीब 55 हाथियों का झुंड था। इस झुंड के चार दंतैलों में से एक सप्ताह के दौरान दो की मौत हो गई है।