Odisha Vigilance Raid: मुख्य अभियंता के पास मिली 1.75 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी, गिरफ्तार
Odisha Vigilance Raid ओडिशा में भुवनेश्वर विजिलेंस ने भुवनेश्वर में पदस्थ ग्रामीण जल आपूर्ति और स्वच्छता सर्किल के अतिरिक्त मुख्य अभियंता निहार रंजन दास को आय से अधिक संपत्ति के मामले में शनिवार की शाम गिरफ्तार कर लिया है।
संबलपुर, संवाद सूत्र। Odisha Vigilance Raid: ओडिशा में भुवनेश्वर विजिलेंस ने भुवनेश्वर में पदस्थ ग्रामीण जल आपूर्ति और स्वच्छता सर्किल के अतिरिक्त मुख्य अभियंता निहार रंजन दास को आय से अधिक संपत्ति के मामले में शनिवार की शाम गिरफ्तार कर लिया है।
करोड़ों की चल-अचल संपत्ति का पता चला
विजिलेंस के सूत्र के अनुसार, शुक्रवार और शनिवार की तलाशी और जांच पड़ताल के बाद अतिरिक्त मुख्य अभियंता निहार और उसके परिवार के सदस्यों के नाम पर करोड़ों की चल-अचल संपत्ति का पता चला है। इन संपतियों में क्रिप्टोकरेंसी में एक करोड़ 75 लाख रुपये का निवेश और संबलपुर शहर में एक करोड़ 27 लाख मूल्य के आठ प्लाट शामिल हैं।
ये भी हुआ बरामद
इनके अलावा, संबलपुर शहर के मोदीपाड़ा में एक तीनमंजिला भवन, भुवनेश्वर के खारवेल नगर के श्रीराम मेंशन में 32 लाख 50 हजार रुपये कीमत का एक तीन बीएचके का फ्लैट, बैंकों और बीमा कंपनियों में जमा 64 लाख 42 हजार रुपये, 10 लाख रुपये से अधिक कीमत के 332 ग्राम सोने के गहने, 39 लाख रुपये कीमत की दो लक्जरी गाड़ी, तीन लाख रुपये कीमत की दो बाइक, 15 लाख 55 हजार रुपये कीमत के घरेलू उपकरण और नकद एक लाख सात हजार 785 रुपये का पता चला है।
31 अक्टूबर को होने वाला था रिटायर
विजिलेंस की फाइनेंशियल विंग जब्त क्रिप्टोकरेंसी और उससे संबंधित कागजातों की जांच कर रही है। बताया गया है कि अतिरिक्त मुख्य अभियंता निहार 31 अक्टूबर को सेवानिवृत होने वाला था, लेकिन 28 अक्टूबर को वह विजिलेंस के जाल में फंस गया।
आय से अधिक संपत्ति का आरोप
भुवनेश्वर में लोक स्वास्थ्य विभाग के सहायक अभियंता मानस रंजन सामल पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। उनके आवास पर ओडिशा विजिलेंस विभाग ने गत दिनों छापेमारी की थी। मानस सामल भुवनेश्वर स्थिति सामान्य जनस्वास्थ्य संभाग-1 में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत हैं। मानस सामल के कार्यालय समेत छह जगहों पर एक साथ छापेमारी की गई थी।
a
यह भी पढ़ेंः अर्चना सहित 15 लड़कियों ने 50 से अधिक लोगों को किया ब्लैकमेल
यह भी पढ़ेंः कौन है अर्चना नाग, कैसे बनी ब्लैकमेलर; इसके जाल में फंसे हैं कई नेता