राउरकेला अलग जिला बनने के आसार
राज्य सरकार की ओर से राउरकेला समेत चार अन्य जिले बनाने को लेकर प्रक्रिया की शुरुआत कर दी गई है। ...और पढ़ें

राउरकेला, जेएनएन। राउरकेला को अलग जिला बनाने की मांग पर राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। जिसमें राज्य सरकार की ओर से राउरकेला समेत चार अन्य जिले बनाने को लेकर प्रक्रिया की शुरुआत कर दी गई है। इसके मद्देनजर राजस्व विभाग ने राउरकेला समेत बांगरीपोषी, आनंदपुर, टिटिलागढ़ को जिला बनाने को लेकर इसकी समीक्षा शुरू कर दी है। वहीं जिन जिलों से कटकर यह चार नए जिले बनेंगे, वहां के जिलापालों से भी रिपोर्ट देने को कहा गया है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो आगामी 2018-19 वित्त वर्ष में इन चार नए जिलों के गठन को लेकर विज्ञप्ति भी जारी हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि सूबे में सन 1993 से पूर्व 13 जिले थे। जिसमें सन 1993 में तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. बीजू पटनायक ने सभी 13 जिलों को तोड़कर 30 जिलों का गठन किया था। लेकिन अब 1993 में विभाजित न होने वाले चार प्रमुख जिलों को विभक्त कर अधिक नया जिला बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। खासकर मयूरभंज, सुंदरगढ़, बलांगीर तथा क्योंझर जिले को विभक्त कर चार नए जिले बनाने का प्रस्ताव है। इसे लेकर राजस्व विभाग की ओर से संबंद्ध जिलों के जिलापालों से रिपोर्ट मांगी गई है।
वकील संघ की है जोरदार मांग
इन जिलों के साथ सुंदरगढ़ जिले के राउरकेला को भी अलग जिला बनाने की मांग तेज होती जा रही है। जिसमें हाल ही में राउरकेला वकील संघ ने राउरकेला में हाईकोर्ट की स्थायी बेंच समेत राउरकेला को अलग राजस्व जिला बनाने की मांग पर राउरकेला बंद का आह्वान किया था। जिससे जनता का भी भरपूर समर्थन
मिला था। वहीं अन्य राजनीतिक व सामाजिक संगठनों की ओर से भी राउरकेला को अलग राजस्व जिला बनाने की मांग कई बार उठाई जा चुकी है।

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