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    कल्पतरु आश्रम के संस्थापक प्रो. परशुराम पंडा का निधन

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 24 May 2021 07:12 AM (IST)

    अनाथ व बेसहरा बच्चों व असहायों को आश्रय देने वाले कल्पतरु आश्रम के संस्थापक 72 वर्षीय प्रो. परशुराम पंडा का रविवार की सुबह कोरोना का इलाज के दौरान निधन हो गया।

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    कल्पतरु आश्रम के संस्थापक प्रो. परशुराम पंडा का निधन

    जागरण संवाददाता, राउरकेला : अनाथ व बेसहरा बच्चों व असहायों को आश्रय देने वाले कल्पतरु आश्रम के संस्थापक 72 वर्षीय प्रो. परशुराम पंडा का रविवार की सुबह कोरोना का इलाज के दौरान निधन हो गया। बालेश्वर जिले के वत्सा में जन्म लेने वाले प्रो. परशुराम पंडा लहुणीपाड़ा कालेज में प्रिसिपल थे एवं 20 साल पहले स्वैच्छिक सेवानिवृति ली थी। दो दशक पूर्व जब वे राउरकेला के म्यूनिसिपल कालेज में प्राध्यापक थे तब उन्होंने बसंती कालोनी दुर्गापुर पहाड़ी पर कल्पतरु आश्रम की स्थापना की थी। प्रो. पंडा के निधन पर शहर के गणमान्य ने गहरा दुख प्रकट किया है।

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    झुरीमाल में तालाब में डूबने से युवक की मौत : लेफ्रीपाड़ा थाना अंतर्गत झुरीमाल गांव में 31 वर्षीय बली प्रधान की तालाब में डूबने से मौत हो गई। पुलिस शव को जब्त करने के साथ ही अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज किया है। झुरीमाल गांव निवासी बली प्रधान शराब के नशे में था। गांव में विवाह भोज खाने के बाद वह तालाब की ओर गया था। नशे में पैर फिसलने से वह गहरे पानी में जाने से वह डूब गया था। सुबह गांव के लोगों की नजर उस पर पड़ी। इसके बाद उसे बाहर निकाल कर सुंदरगढ़ जिला अस्पताल लाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसकी सूचना मिलने पर सर्गीपाली चौकी प्रभारी काशीनाथ बारिक वहां पहुंचे और शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

    ट्रेन की चपेट में आकर मृत युवक की हुई पहचान : कलुंगा रेलवे स्टेशन के पास 17 मई को ट्रेन की चपेट में आने से मृत युवक की पहचान देवगढ़ जिले के रेमला थाना क्षेत्र के सुनारीपाड़ा गांव निवासी देवानंद तांडी के 40 वर्षीय पुत्र तूना तांडी के रूप में हुई है। परिवार वालों के राउरकेला आने के बाद जीआरपी के द्वारा शव उनके हवाले किया गया। कलुंगा रेलवे स्टेशन के पास पटरी पर शव पड़े होने की सूचना पर जीआरपी वहां पहुंची थी एवं उसे अपने कब्जे में लेकर छानबीन कर रही थी। पहचान नहीं होने के कारण शव को राउरकेला सरकारी अस्पताल के शवगृह में रखा गया था।