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    तालचर- बिमलागढ़ एक्शन कमेटी ने रोकी रेल

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 30 Aug 2018 07:13 PM (IST)

    तालचर- बिमलागढ़ रेल मार्ग को लेकर तालचर-बिमलागढ़ एक्शन कमे

    तालचर- बिमलागढ़ एक्शन कमेटी ने रोकी रेल

    जागरण संवाददाता, राउरकेला : तालचर- बिमलागढ़ रेल मार्ग को लेकर तालचर-बिमलागढ़ एक्शन कमेटी ने गुरुवार को आंदोलन के 49 साल बीतने पर बिमलागढ़ में एक विशाल रैली निकाली। जिसमें अंचल के पांच हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया। बिमलागढ़ बाजार से निकली रैली बिमलागढ़ स्टेशन पर सभा में तब्दील हो गई। जहां बणई विधायक लक्ष्मण मुंडा ने सभा की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि 20 अगस्त 1969 से तालचर -बिमलागढ़ रेल मार्ग निर्माण के लिए आंदोलन शुरू हुआ था। आज आंदोलन के 49 साल बीतने के बावजूद अब तक इस रेल मार्ग का निर्माण नहीं हो सका है। आज का रैली व सभा सरकार के लिए ट्रेलर है। आगामी 20 अगस्त 2019 तक यह रेल मार्ग संपूर्ण नहीं होने पर आर्थिक नाकेबंदी किया जाएगा। इसमें सड़क मार्ग भी शामिल है। जिसकी जिम्मेदारी सरकार पर होगी।

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    उन्होंने कहा कि इसके अलावा राउरकेला से किरीबुरु तक पैसेंजर ट्रेन शीघ्र चालू किया जाए। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक तालचर- बिमलागढ़ रेल पथ संपूर्ण करने की मांग नहीं कर रहे हैं। इससे साफ पता चलता है कि वह जिले से लगाव नहीं रखते। जबकि इस रेल मार्ग के लिये स्थानीय लोग अपनी जमीन देने को राजी है।

    सीपीआइएम के जिला सचिव प्रमोद सामल ने कहा कि इस 20 अगस्त 2019 को यह आंदोलन को पूरे पचास साल हो जाएंगे। राज्य व केंद्र सरकार दोनों मिल कर इस रेल मार्ग को जानबूझ कर नहीं कर रही। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिमलागढ़ में गत 6 माह से रेल विभाग द्वारा वैगन नहीं देने तथा कोयला लोडिंग के लिए वैगन दिया जा रहा है। जिसके कारण यहां के दस हजार से अधिक मजदूरों के जीविका पर आफत बन गयी है।

    आज बिमलागढ़ सहित चांदीपोष, पटासाही, रॉक्सी, रेंजड़ा तथा बरसुआं रेलवे साइ¨डग में लो¨डग कार्य बंद करने के साथ यहां पर तीन घंटे का रेल रोको किया गया है।

    इस मौके पर भाजपा नेता रमेश बल ने कहा कि केंद्र सरकार सभी प्रकार की सहायता दे रही है। लेकिन राज्य सरकार द्वारा जमीन अधिग्रहण कर नही देने के कारण यह रेल पथ नहीं बन पा रहा है। यह रेल पथ बनने पर राउरकेला वासी पांच घंटे में भुवनेश्वर पहुंच सकते है। साथ ही इस अंचल के लोगों की आर्थिक उन्नति भी होगी। जिससे अंचलवासी लाभांनवित हो सकेंगें। अभी तो शांत रुप से आंदोलन किया जा रहा है। इसके बाद उग्र रूप में आंदोलन होगा। भाजपा के हरिहर राउतराय ने इस रेल मार्ग के लिए एक साल के भीतर पूरे जिले में आंदोलन कर लोगों को जागरुक करने की बात कही। अन्य में सीपीआइ नेता बनमाली धूपाल, विमान माईती, राजकिशोर प्रधान, श्रीमंत बेहरा, हृदयानंद यादव, सुरेंद्र साय, आदित्य विश्वाल, पंडीत मुंडा, ब्रिजीनिया जोजो, रीना रानी कुमुडीपाल, गोपी महांत, सुशीला मुंडा, गांगी सोय, शोभा देवी साहु सहित बड़ी संख्या में मजदूर उपस्थित थे।