राज्य सरकार के अधीन होगा सुंदरगढ़ एनटीपीसी मेडिकल कालेज
सुंदरगढ़ एनटीपीसी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के दूसरे कैंपस की स्थापना के रास्ते एक तरह से बंद हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ एनटीपीसी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के दूसरे कैंपस की स्थापना के रास्ते एक तरह से बंद हो गए हैं। ओडिशा सरकार के अधीन यह मेडिकल कालेज एवं अस्पताल होगा तथा आगामी 2022-23 के लिए नामांकन शुरू करने के लिए राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को पत्र लिखा गया है। मेडिकल कालेज मे अतिरिक्त अधीक्षक, नोडल आफिसर की नियुक्ति भी सरकार की ओर से की गई है। कालेज निर्माण की नियमित जांच करने का निर्देश दिया गया है। राज्य सरकार के इस फैसले से सुंदरगढ़ में एम्स के द्वितीय कैंपस की स्थापना की उम्मीद क्षीण हो गई है।
सुंदरगढ़ जिले के एनटीपीसी मेडिकल कालेज में (एम्स) के दूसरे कैंपस की स्थापना के लिए सरकार की सक्रियता को लेकर पश्चिम ओडिशा वासियों में उत्साह था पर अंदर ही अंदर इसकी स्थापना के सारे दरवाजे बंद कर दिए जा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, इस बीच राज्य सरकार की ओर से एनटीपीसी मेडिकल कालेज को राज्य सरकार ही अपने अधीन चलाने का निर्णय ले चुकी है। इसके तहत आगामी 2022-23 में कालेज में नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को इसके लिए पत्र लिखा गया है। इसके लिए मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के लिए अतिरिक्त अधीक्षक तथा नोडल आफिसर की नियुक्ति भी की गई है। उन्हें मेडिकल कालेज के निर्माण पर निगरानी रखने की जिम्मेदारी दी गई है। राज्य सरकार की ओर प्रबंधन का दायित्व खुद लेने या किसी अन्य संस्था को सौंपने पर भी अटकलें शुरू हो गई हैं। भुवनेश्वर व कटक के अस्पताल उद्योग से जुड़े प्रभावशाली गुट के द्वारा सुंदरगढ़ में एम्स के दूसरे कैंपस की स्थापना न हो, इसके लिए सभी तरह का प्रयास किया जा रहा था, क्योंकि पश्चिम ओड़िशा से गंभीर मरीजों को भुवनेश्वर एवं कटक अस्पताल रेफर किया जाता है। यहां एम्स का कैंपस बन जाने से उनके कारोबार पर प्रभाव पड़ता।
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