ओडिशा-झारखंड सीमा पर बना चेकपोस्ट
सुंदरगढ़ जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में बेतहाशा हो रही बढोत्तरी ने जिला प्रशासन की नींद उड़ा रखी है। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में बेतहाशा हो रही बढोत्तरी ने जिला प्रशासन की नींद उड़ा रखी है। इस दौरान झारखंड़ राज्य से बसों के साथ, बोलेरो और अन्य वाहनों में लोग बगैर जांच कराए ओड़िशा में प्रवेश कर रहे हैं। इसे देखते हुए राउरकेला जिला पुलिस की इनफोर्समेंट टीम की ओर से शहर के विभिन्न चौराहों में चेकपोस्ट बनाने के साथ-साथ ओडिशा-झारखंड सीमा के जरईकेला, सोरड़ा में भी पुलिस चेकपोस्ट बनाया गया है। यहां 24 घंटे पुलिस तैनात रहकर झारखंड़ से ओड़िशा आने वाले प्रत्येक व्यक्ति व वाहन की जांच करने के साथ जरूरी दस्तावेजों की छानबीन कर रही है। जिन लोगों के पास कोविड निगेटिव रिपोर्ट अथवा वैक्सीन की दोनों डोज लेने का प्रमाण नहीं मिलता उन्हें ओडिशा में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। परिवार वालों की जिद के कारण गई कोरोना पीड़ित महिला की जान : परिवार वालों की जिद एवं इलाज के अभाव में बड़गांव ब्लाक की कोरोना पीड़ित महिला की जान चली गई। बड़गांव ब्लाक की पटुआबेड़ा गांव की 35 वर्षीय महिला का कोरोना टेस्ट कराया गया था एवं पॉजिटिव आने व सांस में तकलीफ के कारण 18 अप्रैल को उसे सुंदरगढ़ स्थित एनटीपीसी कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पातल में गांव की तरह नहीं बल्कि अपने समय के अनुसार भोजन मिल रहा था। इससे महिला ने समय पर भोजन नहीं मिलने की बात परिवार वालों को बताई। इससे क्षुब्ध होकर परिवार के लोगों ने डाक्टर की अनुमति नहीं होने के बावजूद जबरन उसे बुधवार को अपने घर ले आए। रात को अचानक उसकी सांस फूलने लगी। तब वहां ऑक्सीजन या अन्य सुविधा नहीं थी। परिवार के लोग उसे इलाज के लिए बाहर ले जाते इससे पहले ही महिला ने दम तोड़ दिया। कोरोना पीड़ित महिला को घर ले आने के बाद भी पुलिस एवं प्रशासन की ओर से परिवार वालों को नहीं रोका गया। परिवार वालों व पीड़ित महिला की जिद के चलते उसे जान गंवानी पड़ी।

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