नारायण खेतान गए जेल, अमित को मिली जमानत
जीएसटी ठगी के मामले में गिरफ्तार अमित जायसवाल को अदालत से नियमित जमानत मिल गई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : जीएसटी ठगी के मामले में गिरफ्तार अमित जायसवाल को अदालत से नियमित जमानत मिल गई है। वहीं, नारायाण खेतान जो पेरोल पर बाहर आए थे फिर से जेल गए हैं। जीएसटी ठगी के मामले में अन्य दो आरोपित अंकित अग्रवाल एवं एजाज मोहम्मद की याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया है।
अक्टूबर 2018 में जीएसटी ठगी के मामले में सेंट्रल जीएसटी के खुफिया विभाग ने पहली बार नारायण खेतान एवं उनके सहयोगी संजीव सिंह को गिरफ्तार किया था। दो साल तक जेल मे रहने के बाद नारायण खेतान को 60 दिन के लिए पेरोल दिया गया था। पेरोल की अवधि पूरी होने के बाद उन्हें फिर जेल जाना पड़ा है। वहीं, उनके सहयोगी संजीव सिंह को जमानत नहीं मिल पाई है। कोरोना प्रतिबंध खत्म होने के बाद नारायण खेतान के मामले में अदालत में सुनाई शुरू हुई है। पांच फरवरी को सरकारी अधिकारियों का साक्ष्य अदालत में लिए जाने की सूचना है। इसी तरह जीएसटी ठगी के मामले में साल भर पहले अमित बेरिवाल को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें नियमित जमानत मिल गई है। पत्नी की तबीयत ठीक नहीं होना दर्शाकर उन्हें दो महीने का पेरोल दिया गया था। इसके बाद नियमित जमानत दी गई। उनके साथ गिरफ्तार सुभाष स्वाईं अभी जेल में है। अन्य दो सहयोगी रोनक बेरीवाल एवं बसंत पटनायक करीब एक साल से फरार हैं। उनके नाम पर वारंट जारी किया गया है। अंकित अग्रवाल और एजाज मोहम्मद की जमानत याचिका हाई कोर्ट में खारिज कर दी गई है। अर्बन बैंक में फर्जी खाता खोलने वालों को समन : राउरकेला अर्बन को-आपरेटिव बैंक में फर्जी खाता खोलने के मामले की जांच शुरू की गई है। बैंक के आमबगान स्थित स्टील टाउनशिप शाखा एवं उदिनगर स्थित मुख्य शाखा में जांच के बाद गुरुवार से मिड टाउन शाखा में जांच शुरू की गई है जो 15 फरवरी तक चलेगी। ऑडिटर की ओर से करीब सौ खाता धारकों को समन जारी किया गया है।
जीएसटी ठगी के मामले में अर्बन बैंक के विभिन्न शाखा में 130 से अधिक फर्जी खाते खोले गए हैं। इन खातों के जरिए करोड़ों की जीएसटी की ठगी हुई है। इस मामले में 15 से अधिक आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है। जीएसटी फर्जीवाड़ा में शहर के निजी एवं राष्ट्रीयकृत बैंकों के खाते सील होने के बाद अब सहकारिता बैंक के खाते सील किए जा रहे हैं। फर्जी खाता खोलने में अर्बन बैंक का नाम सबसे ऊपर है। बैंक के पूर्व अध्यक्ष आदित्य महापात्र ने जीएसटी विभाग को इसके लिए पत्र लिखकर जांच करने का अनुरोध किया था। मुख्य शाखा में 19 फर्जी एकाउंट होने का पता चला है एवं सभी को समन जारी किया गया है। अधिकतर का पता गलत लिखा होने के कारण समन वापस आ रहे हैं। अब तक केवल तीन लोगों ने ही उपस्थित होकर अपना पक्ष रखा है। मिड टाउन शाखा से ही करीब सौ लोगों को समन जारी किया गया है एवं हर दिन 8 से 10 लोगों को बुलाने का निर्णय लिया गया है।
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