क्योंझरः तूफान से बचा, बारिश में भीगा; पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत
Cyclone Yaas क्योंझर समुद्री तूफान यास के खतरे से तो बच गया लेकिन उसका प्रभाव यहां भी देखा जा रहा है। ये इलाका पूरी तरह भीग चुका है वहीं पेड़ गिरने से एक व्यक्ति के मरने की सूचना मिली है।

राउरकेला, जागरण संवाददाता। समुद्री तूफान यास के खतरे से क्योंझर बच गया है। लेकिन इसके प्रभाव से पूरा क्योंझर भीग गया है। तूफान का असर कल से ही क्योंझर में दिखने लगा था। कल कुछ-कुछ देर में जहां बारिश होती रही। वहीं आज सुबह से ही लगातार बारिश जारी है। हालांकि सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक हवा की गति में मामूली इजाफा हुआ। लेकिन इस तूफान व बारिश के प्रभाल से क्योंझर जिले में कोई खास नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन जिले के आनंदपुर में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति के मरने की सूचना मिली है।
उधर, संभावित तूफान को लेकर जिला प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारी की गई थी। निचले इलाके को निवासियों को हटाकर सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचा दिया गया है। आनंदपुर अनुमंडल में 12 एंबुलेंस को तैयार रखा गया था। साथ ही, जिले भर में कुल 453 आश्रय स्थलों में लोगों को सुरक्षित आश्रय प्रदान किया गया था। जबकि 108 स्थानों पर निःशुल्क पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया गया है। तूफान के मद्देनजर कुल 18482 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था।
हालांकि, तूफान की इन तमाम तैयारियों के बीच पता चला है कि क्योंझर जिले में तूफान से कोई खास नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि, कल आधी रात से ही बारिश हो रही है और पूरा जिला बारिश से जलमग्न है। कल से बारिश हो रही थी, लेकिन आज सुबह बारिश की रफ्तार बढ़नी शुरू हो गई। सुबह नौ बजे बारिश की रफ्तार तेज हो गई और हवाएं भी थोड़ी तेज हो गईं।
क्योंझर जिले के गाजीपुरा में सबसे अधिक 87.3 मिमी बारिश हुई, जबकि तेलकोई में सबसे कम 17.2 मिमी बारिश हुई। हालांकि, आनंदपुर प्रखंड के पंचुपल्ली गांव के 55 वर्षीय पूर्णचंद्र नायक की उस समय मौत हो गई जब मानसून के कारण उनके ऊपर एक पेड़ गिर गया। इसी तरह हटडीही के अलग-अलग हिस्सों में पेड़ गिरने के कारण सड़क जाम हो गया था। जबकि क्योंझर सदर प्रखंड के नेलुंग गांव में एक बड़ा पेड़ पशुशाला पर गिरने की सूचना है। हालांकि तूफान से तबाह होने से क्योंझर जिला बच तो गया, लेकिन बारिश ने पूरे जिले को भिगा दिया।
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