मानव तस्करी रोकने में सहायक बना केंद्र
स्टेशन में घूमने वाले लावारिस बच्चों को परिजनों तक पहुंचान
जागरण संवाददाता, राउरकेला : स्टेशन में घूमने वाले लावारिस बच्चों को परिजनों तक पहुंचाने तथा मानव तस्करी को रोकने के लिए चाइल्ड लाइन दिशा की ओर से राउरकेला रेलवे स्टेशन में बाल सहायता केंद्र खोला गया है। इसके माध्यम से स्टेशन तथा इसके आस पास घूमने वाले लावारिस बच्चों तथा ट्रेनों से दूसरे राज्य को भेजे जा रहे नाबालिग बच्चों को मुक्त कराने के काम में सहयोग किया जाता है। लावारिस बच्चों तथा मानव तस्करों के चंगुल में फंसे बच्चों को मुक्त कराने के बाद बिसरा स्थित दिशा चाइल्ड लाइन में रखा जाएगा। जिसके बाद इन बच्चों के परिजनों का पता लगाकर उनके सुपुर्द किया जाता है। जिसमें अब तक ऐसे 42 बच्चों को बचाया जा चुका है।
राउरकेला रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-एक पर चाइल्ड लाइन की ओर से बाल सहायता केंद्र खोला गया है। यह सहायता केंद्र दिन रात खुले होने के साथ यहां चाइल्ड लाइन के सदस्य 24 घंटे उपलब्ध होंगे। मानव तस्करी को रोकने के लिए खास कर यह बाल सहायता केंद्र खोलने के जानकारी चाइल्ड के सदस्य एम खान ने दी। उन्होंने बताया कि आए दिन विभिन्न ट्रनों के माध्यम से मानव तस्करी गिरोह के सदस्यों द्वारा नौकरी दिलाने के बहाने बाहरी राज्यों में ले लिया जाता है। इनके बचाव के लिये यह केंद्र खोला गया है। इस बचाव कार्य के दौरान आरपीएफ व जीआरपी के अधिकारियों की भी सहायता ली जाती है। अगर किसी व्यक्ति को किसी प्रकार की सहायता लेनी हो तो वे चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर या इस संस्था से जुडे़ सदस्यों के नंबर पर काल कर सहायता कर सकते है।