बिसरा बीईओ प्रज्ञा जेना राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित
शैक्षिक प्रशासन क्षेत्र में नया व श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए उपयुक्त मान्यता प्रदान करने के परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रीय पुरस्कारों की सूची जारी की गई है।

जागरण संवाददाता, राउरकेला : शैक्षिक प्रशासन क्षेत्र में नया व श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए उपयुक्त मान्यता प्रदान करने के परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रीय पुरस्कारों की सूची जारी की गई है। इसमें सुंदरगढ़ जिले के बिसरा ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रज्ञा प्रमिता जेना के साथ राज्य के आठ शिक्षा अधिकारियों का नाम शामिल है। राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन संस्थान (एनआइईपीए) की ओर से पुरस्कार प्रदान करने की तिथि 10 फरवरी निर्धारित की गई है। ओडिशा के आठ शिक्षा अधिकारियों को वर्ष 2019-20 के पुरस्कार के लिए मनोनीत किया गया है। इसमें खुर्दा जिला शिक्षा अधिकारी वंदना महापात्र, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार प्रधान, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी डा. प्रभाती कुमारी महापात्र, मलकानगिरी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हिमांशु भूषण समर्थ, सुंदरगढ़ जिले के बिसरा ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रज्ञा प्रमिता जेना, सरकारी हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक हेम सागर महानंद, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी स्मृतिरेखा नायक, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हरेकृष्ण पंडा शामिल हैं। 2013-14 से पुरस्कार की व्यवस्था होने के बाद से जिला शिक्षा अधिकारी व ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों के लिए दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। इसमें चार चरणों में पुरस्कार के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। 10 फरवरी को अपराह्न 3 बजे पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। राज्य सरकार से किसी प्रकार की आपत्ति होने पर 6 फरवरी तक भेजने का अनुरोध किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षक योजना एवं प्रशासन संस्थान के कुलपति की ओर से राज्य सरकार के स्कूल एवं शिक्षा विभाग सचिव को भी इस संबंध में पत्र लिखा गया है। स्कूल प्रबंधन जोखिम में डाल रहे विद्यार्थियों की जान : आगामी सात फरवरी से राज्य में आठवीं से उपर की कक्षाएं खुलेंगी। जबकि सातवीं से नीचे की कक्षाएं 14 फरवरी से खुलेंगी। यह निर्देशनामा राज्य सरकार द्वारा जारी किया गया है। हालांकि कोविड गाइड लाइन के तहत सभी शिक्षण संस्थान अभी बंद हैं। कोविड की तीसरी लहर शुरू होने से पहले सरकार ने स्कूलों को बंद करने का फैसला किया था। हालांकि राउरकेला शहर के कुछ निजी स्कूल इस निर्देश का उल्लंघन कर स्कूल खोल रहे हैं। बच्चों के जीवन से खिलवाड़ कर इन स्कूलों द्वारा आफलाइन परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। सेक्टर-21 स्थित गुरुनानक पब्लिक स्कूल में 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों की टेस्ट परीक्षा शुरू हो गई है। छात्र सुबह 9 बजे स्कूल पहुंचकर दोपहर 12:30 बजे तक स्कूल में रहते हैं। इसी तरह सेक्टर-19 ज्ञानज्योति पब्लिक स्कूल में आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए टेस्ट आयोजित किया जा रहा है। छात्र सुबह 10 बजे स्कूल पहुंचते हैं और दोपहर 12 बजे तक परीक्षा देते हैं।
आफलाइन परीक्षा के लिए स्कूल प्रबंधन के दबाव के कारण छात्र स्कूल आने को बाध्य है। विशेष रूप से, राउरकेला शहर में कोविड का संक्रमण अधिक है। ऐसे समय में आफलाइन परीक्षा देने पर छात्रों के संक्रमित होने की संभावना अधिक होती है। इस तर्क के साथ अभिभावकों ने प्रबंधन का ध्यान आफलाइन परीक्षा को बंद करने की ओर दिलाया। लेकिन स्कूल प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। वहीं, आरएसपी की इनफोर्समेंट टीम भी इन स्कूलों को लेकर के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से बच रही है।
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