कार्तिक पूर्णिमा : छाड़ खाई गुरुवार को, मटन-चिकन के शौकीन निराश
जागरण संवाददाता, राउरकेला: कार्तिक पूर्णिमा के साथ ही कार्तिक महीना खत्म हो गया। गुरुवार को छाड़ ख
जागरण संवाददाता, राउरकेला:
कार्तिक पूर्णिमा के साथ ही कार्तिक महीना खत्म हो गया। गुरुवार को छाड़ खाई है। लेकिन गुरुवार धन की देवी मां लक्ष्मी का दिन होने के कारण अधिकांश लोग मांसाहार का सेवन नहीं करते। जिससे इस बार गुरुवार को छाड़खाई होने से एक महीने तक शाकाहारी भोजन खाने के बाद मांसाहार खाने का इंतजार करने वाले मटन-चिकन, मछली समेत अन्य मांसाहार खाने के शौकीन लोगों को एक दिन और इंतजार करना होगा। है। अब ऐसे कई लोग छाड़खाई शुक्रवार को मनाएंगे। वहीं दूसरी ओर सामाजिक संगठन आदित्यवाहिनी ने प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी छाड़खाई को हाड़़खाई न बनाने तथा शाकाहारी भोजन ग्रहण करने का निवेदन किया है।
उल्लेखनीय है कि ओड़िशा में कार्तिक महीने को पवित्र महीना माना जाता है। जिसमें महीने भर तक शाकाहारी भोजन किया जाता है। हालांकि जो लोग महीने भर तक शाकाहारी भोजन नहीं खा सकते, वे भी इस महीने के अंतिम पांच दिन पंचक में मांसाहार ग्रहण नहीं करते। वहीं कार्तिक पूर्णिमा के बाद एक महीना पूरा हो जाने से इसके अगले दिन छाड़खाई मनाया जाता है। जिसमें कार्तिक का महीना समेत पंचक में मांसाहार छोड़ देनेवाले लोग छाड़खाई के दिन मांसाहारी भोजन करते हैं। लेकिन इस वर्ष छाड़खाई गुरुवार को पड़ने से अब शुक्रवार को ही अधिकांश लोगों ने छाड़खाई मनाने का निर्णय लिया है।
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