Puri Rath Yatra 2022: महाप्रभु की उभा यात्रा में हुआ लाखों भक्तों का समागम, रथयात्रा से पहले की तैयारी शुरू
Puri Jagannath Rath Yatra 2022 महाप्रभु की उभा यात्रा में भी लाखों भक्तों का समागम हुआ। जगन्नाथ मंदिर से आज्ञा माला आने के बाद सिंहद्वार के सामने तीनों रथ लाये गए। कल महाप्रभु की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा निकाली जाएगी।
पुरी, जागरण संवाददाता। पुरी श्री जगन्नाथ धाम में आज महाप्रभु की उभा यात्रा नीति सम्पन्न की गई है। श्री जगन्नाथ मंदिर से तीनों रथों के लिए आज्ञा माला लाए जाने के बाद तीनों रथों को रथखला से खींचकर श्रीमंदिर के सामने लाया गया। मिली जानकारी के मुताबिक सबसे पहले जगन्नाथ महाप्रभु के नंदीघोष रथ के लिए श्रीमंदिर से आज्ञा माला लाया गया।
इसके बाद देवी सुभद्रा के दर्प दलन रथ एवं अंत में प्रभु बलभद्र जी के तालध्वज रथ के लिए आज्ञा माला लाया गया। विधि के मुताबिक तीनों रथ पर आज्ञा माला चढ़ाए जाने पूजन किए जाने के बाद पुलिस प्रशासन, श्रीमंदिर प्रशासन एवं सेवकों द्वारा तीनों रथों खींचकर सिंहद्वार के सामने पहले से निर्धारित जगह पर ले जाया गया।
रथयात्रा से पहले की तैयारी शुरू
वहीं पुरी जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा से पहले की तैयारी शुरू हो गई है। इसी के तहत आज भक्तों के लिए मात्र 5 घंटे दर्शन की व्यवस्था की गई। शाम 5 बजे के बाद आज भक्तों के सर्वसाधारण दर्शन को बंद कर दिया गया। शुक्रवार को महाप्रभु की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा निकाली जाएगी। रथ पर बैठकर चतुर्धा विग्रह श्रीगुंडिचा की यात्रा करेंगे। इसके लिए तमाम रीति नीति तैयार कर ली गई है।
गौरतलब है कि दो साल के अंतराल के बाद इस साल हो रही महाप्रभु की रथयात्रा में लाखों भक्तों के समागम का अनुमान लगाया गया है। इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन पूरे दमखम के साथ सुरक्षा व्यवस्था में लग गया है। रथयात्रा के लिए सभी प्रकार की तैयारी पूरी कर ली गई है।
सर्दी-खांसी है तो यात्रा से रहें दूर
अनुशासित ढंग से रथयात्रा निकले एवं सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहे, इसके लिए व्यापक व्यवस्था की गई है। लाखों भक्तों के समागम के कारण संभावित कोरोना संक्रमण के लिए भक्तों को जागरूक करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। रथयात्रा देखने आ रहे भक्तों को मास्क पहनने को अनुरोध किया जा रहा है। यदि किसी भक्त को सर्दी, खांसी या बुखार है तो उन्हें रथयात्रा में शामिल ना होने की अपील की गई है।