महाप्रभु जगन्नाथ जी की जमीन का होगा डिजिटलाइजेशन, पुरी जगन्नाथ मंदिर संचालन कमेटी ने लिया निर्णय
पुरी जगन्नाथ मंदिर संचालन कमेटी की बैठक सम्पन्न। बैठक में विशेष अतिथी व गणमान्य लोग रहे उपस्थित। करीब 4 घंटे तक बंद कमरे में चली बैठक में हुई चर्चा। ओरसेक डीपीआर का श्रीमंदिर संचालन कमेटी पहले अनुमोदन करेगी। बहुत जल्द ही रजिस्ट्रेशन का काम पूरा कर लिया जाएगा।
जासं, पुरी : महाप्रभु जगन्नाथ जी की जमीन का डिजिटाइलेजेशन किया जाएगा। राज्य एवं राज्य के बाहर महाप्रभु जगन्नाथ जी की कितनी जमीन है, यह जमीन कहां पर है, इसके सविशेष तथ्य के लिए डिजिटल डाटाबेस तैयार किया जाएगा। श्रीमंदिर संचालन कमेटी की बैठक में उक्त निर्णय लिया गया है। इसके अलावा श्रीमंदिर सेवायत आदर्श गुरुकुल एवं सेवक आवास योजना को कार्यकारी करने के लिए बैठक में विशेष महत्व दिया गया है।
पुरी जगन्नाथ मंदिर संचालन कमेटी की बैठक सम्पन्न:
इसके अलावा छत्तीसा निजोग की बैठक में कार्तिक पूजा के लिए गए निर्णय पर कमेटी ने अपनी मुहर लगा दी है। गजपति महाराज दिब्यसिंह देव की अध्यक्षता में नीलाद्री भक्त निवास में श्रीमंदिर की प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की गई थी।
बैठक में विशेष अतिथी व गणमान्य लोग रहे उपस्थित
बैठक में श्रीमंदिर के मुख्य प्रशासक वीर बिक्रम यादव, उप प्रशासक एवं जिलाधीश समर्थ वर्मा, पुलिस अधीक्षक डॉ. के.विशाल सिंह, श्रीमंदिर विकास प्रशासक अजय कुमार जेना, प्रबंध समिति सदस्य सुदर्शन पटनायक, दुर्गाप्रसाद दशमहापात्र, अनंत तियाडी, माधव चंद्र पूजापांडा, राधाबल्लभ मठ महंत रामकृष्ण दास महाराज, पुरातत्व विभाग के अधीक्षक अरुण मल्लिक प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
करीब 4 घंटे तक बंद कमरे में चली बैठक में हुई चर्चा
करीब 4 घंटे तक बंद कमरे में चली इस बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए मुख्य प्रशासक यादव ने कहा कि पिछले 6 अगस्त को श्रीमंदिर संचालन कमेटी बैठक में लिए गए निर्णय पर आज विस्तार से चर्चा की गई थी। इसके अलावा समिति की पिछले 31 अगस्त एवं 6 सितम्बर को हुई बैठक में लिए गए निर्णय को कार्यकारी करने पर विशेष रूप से चर्चा की गई है।
डिजिटाइलेजेशन के लिए श्रीमंदिर संचालन कमेटी ने निर्णय लिया
बैठक में छत्तीसानिजोग की पिछले दिनों हुई बैटक में लिए गए कार्तिक नीति को कमेटी ने अनुमोदन किया है। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण प्रसंग में से एक था महाप्रभु की कितनी जमीन कहां है। महाप्रभु की इस जमीन का डिजिटाइलेजेशन के लिए श्रीमंदिर संचालन कमेटी ने निर्णय लिया है। ओरसेक टेक्नोलाजी को इसका दायित्व दिया गया है।
ओरसेक डीपीआर का श्रीमंदिर संचालन कमेटी पहले अनुमोदन करेगी
ओरसेक टेक्नोलाजी डिजिटाइलेजेशन साफ्टवेयर विकसित करेगा। इसके लिए ओरसेक से डीपीआर मांगा गया है। ओरसेक डीपीआर का श्रीमंदिर संचालन कमेटी पहले अनुमोदन करेगी इसके बाद इसे राज्य सरकार के पास अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। इसी हिसाब से महा प्रभु जगन्नाथ जी की जमीन कहां और कितनी है उसका विस्तृत डाटा वेश तैयार किया जाएगा।
बहुत जल्द ही रजिस्ट्रेशन का काम पूरा कर लिया जाएगा
सेवायत आदर्श गुरुकुल सोसायटी अधिनियम चलाने के निर्णय के बाद इसे सोसाइटी एक्ट में पंजीकरण के लिए आईजी रेजिस्ट्रेशन में आवेदन किया गया है। सभी आपत्तियों का जवाब दिया गया है। इसमें यदि और भी कोई आपत्ति है तो फिर इसका जवाब दिया गया है। बहुत जल्द ही रजिस्ट्रेशन का काम पूरा कर लिया जाएगा।
बिड़ला फाउंडेशन के साथ विस्तृत चर्चा करने का निर्णय
वहीं दुसरी तरफ आदर्श गुरुकुल के लिए चिन्हित भूमि को लीज के आकार में आदर्श गुरुकुल समाज को पट्टे पर देने का निर्णय लिया गया है। सेवायत आदर्श गुरुकुल को चलाने के लिए बिरला मेडिकल रिसर्च एंड एजुकेशन फाउंडेशन के साथ एमओयू हस्ताक्षर होने जा रहा है, ऐसे में श्रीमंदिर की प्रबंधन समिति ने बैठक में बिड़ला फाउंडेशन के साथ विस्तृत चर्चा करने का निर्णय लिया है। इसी के तहत मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।
दीवार बनने के बाद अगला काम शुरू होने की बात कही है
इसी तरह से सेवक आवास योजना में लगभग 400 सेवकों को 650 वर्ग फुट के जी+3 टाइप के आवास उपलब्ध कराने की योजना है। इस संबंध में श्री यादव ने कहा है कि प्रारंभिक चरण में गरीब सेवकों को हरचंडीसाही मौजा में आवास उपलब्ध कराने की योजना है। शुरुआती चरण में इलाके की घेराबंदी की जाएगी। इसके लिए टेंडर मांगा गया है और टेंडर 6 अक्टूबर को खोला जाएगा। दीवार बनने के बाद अगला काम शुरू होने की बात यादव ने कही है।