Bahuda yatra 2022: भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ जन्म वेदी से रत्न वेदी की यात्रा पर महाप्रभु , जगन्नाथ धाम में लाखों भक्तों का समागम
Bahuda yatra 2022 महाप्रभु की भाई-बहन के साथ जन्म वेदी से रत्न वेदी की यात्रा शुरू हुई है। इस वापसी यात्रा को देखने के लिए आज जगन्नाथ धाम में लाखों भक्तों का समागम हुआ है। रथयात्रा की ही तरह गुंडिचा मंदिर से भक्त रथ खींचकर जगन्नाथ मंदिर तक लाते हैं।
पुरी-भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। Bahuda yatra 2022: जन्म वेदी में नव दिनात्मक लीला खेला खत्म करने के बाद भाई बहन के साथ महाप्रभु जगन्नाथ जी की जन्म वेदी से रत्न वेदी की यात्रा शुरू हुई है। महाप्रभु की इस यात्रा को वापसी यात्रा (बाहुड़ा यात्रा) यात्रा कहा जाता है।
थयात्रा की ही तरह गुंडिचा मंदिर से भक्त रथ खींचकर जगन्नाथ मंदिर तक लाते हैं। महाप्रभु की इस वापसी यात्रा को देखने के लिए आज जगन्नाथ धाम में लाखों भक्तों का समागम हुआ है। महाप्रभु की वापसी यात्रा में भक्तों के समागम को देखते हुए पुरी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक भोर चार बजे गुंडिचा मंदिर में चतुर्धा विग्रहों की रीति नीति शुरू हुई। चतुर्धा विग्रहों की रीति नीति सम्पन्न होने के बाद पहंडी बिजे शुरू हुई। 12 बजकर 30 मिनट पर गजपति महाराज दिव्य सिंहदेव महाप्रभु जगन्नाथ जी के नंदीघोष रथ पर पहुंचे।
रथारूढ़ महाप्रभु की पूजा अर्चना करने के बाद गजपति महाराज ने छेरा पंहरा किए अर्थात सोने के झाड़ू से झाड़ू लगाए। गजपति के साथ रथ पर राजगुरू एवं देउलकरण सेवक भी उपस्थित रहे।
पुरी जगन्नाथ धाम महाप्रभु की बाहुड़ा यात्रा को देखने के लिए जगन्नाथ धाम में लाखों भक्तों का समागम देखने को मिला है। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
महाप्रभु की बाहुड़ा यात्रा के लिए पुलिस प्रशासन की तरफ से व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। 75 प्लानट पुलिस बल के साथ ही 1000 पुलिस अधिकारी पूरे बड़दांड में तैनात रहे।