Jagannath Rath Yatra 2022: इस साल भगवान जगन्नाथ के नवयौवन दर्शन नहीं कर पाएंगे श्रद्धालु
Jagannath Rath Yatra 2022 इस साल भक्तों की हो रही अत्यधीक भीड़ को देखते हुए भक्तों के प्रभु के नवयौवन दर्शन पर रोक लगा दिया गया है। बीमारी से स्वस्थ होने के बाद चतुर्धा विग्रह भक्तों को नव यौवन दर्शन देते हैं जो इस साल 29 जून को है।
पुरी, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी के दो साल बाद ओडिशा के पुरी जगन्नाथ धाम में भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा आगामी एक जुलाई को भक्तों के बीच निकाली जाएगी। रथयात्रा को लेकर मुख्य सचिव सुरेश चंद्र महापात्र ने पुरी जाकर जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है। समीक्षा बैठक से मिली जानकारी के मुताबिक, इस साल भक्तों की हो रही अत्यधीक भीड़ को देखते हुए भक्तों के प्रभु के नवयौवन दर्शन पर रोक लगा दिया गया है। यह जानकारी मुख्य सचिव सुरेश चंद्र महापात्र ने दी है।
बीमारी से स्वस्थ होने के बाद चतुर्धा विग्रह, भक्तों को नव यौवन दर्शन देते हैं, जो इस साल 29 जून को है। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मुख्य सचिव महापात्र ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण दो साल बाद भक्तों के समागम के बीच इस साल रथयात्रा निकाली जा रही है। ऐसे में भारी संख्या प्रदेश व प्रदेश के बाहर से भक्तों के यहां पहुंचने की उम्मीद है। भक्तों की भीड़ को देखते हुए महाप्रभु के नव यौवन दर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
मुख्य सचिव ने विशेष रूप से रास्ता निर्माण, रारस्तों की मरम्मत, नालों की सफाई, चौबीस घंटे बिजली सप्लाई तथा सोना वेश के दिन बिजली का अधिक प्रबंध, स्वास्थ्य परिमल व्यवस्था, कई अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र बनाने, रथयात्रा के लिए आने वाले भक्तों के लिए अस्थाई स्टाल आदि कार्य का जायजा लिए। इसके अलावा गाड़ी पार्किंग, बारिश होने पर जल निकासी की क्या व्यवस्था की गई है, पर मुख्य सचिव ने विस्तृत रूप से चर्चा की है।
जल छिड़काव करने की व्यवस्था से लेकर अन्य की गई व्यवस्था के बारे में पुरी के जिलाधीश ने मुख्य सचिव को जानकारी दी है। बैठक में जिलाधीश समर्थ वर्मा, एसपी के विशाल सिंह, अतिरिक्त जिलाधीश प्रदीप साहू, अतिरिक्त जिलाधीश दिलीप महापात्र, कैलाश चंद्र नायक, उप जिलाधीश भवरण साहू, नीति प्रशासक जितेंद्र कुमार साहू व जिले कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। मुख्य सचिव रथयात्रा के समय नीति समय से व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी अधिकारियों को मुख्य सचिव ने सलाह दी है।