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    हाईटेक होगा ओडिशा का फायर डिपार्टमेंट, 10 करोड़ की लागत से बनेगा विश्वस्तरीय सिम्युलेटर

    मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी (Mohan charan manjhi) ने कहा कि अग्निशामकों को नई तकनीक अपनानी होगी। सरकार 10 करोड़ रुपये की लागत से सिम्युलेटर तैयार कर रही है। पिछले साल अग्निशमन विभाग में 911 भर्तियां हुईं। कोणार्क रामचंडी में जलकौशल प्रशिक्षण केंद्र खुलेगा और तैराकी शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा।

    By Sheshnath Rai Edited By: Krishna Parihar Updated: Sun, 24 Aug 2025 03:48 PM (IST)
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    10 करोड़ की लागत से बनेगा विश्वस्तरीय सिम्युलेटर

    जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। बदलते परिवेश में खुद को और मजबूत करना होगा। नई-नई तकनीक और ज्ञानकौशल अपनाने होंगे। इसके लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि अग्निशामकों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण देने के लिए 10 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक सिम्युलेटर तैयार किया जा रहा है।

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    इसके जरिए अग्निशामक कठिन परिस्थितियों का सामना करने का अभ्यास कर सकेंगे। मुख्यमंत्री बरमुंडा अग्निशमन प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित 61वें अग्निशामक दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे।

    मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले एक साल में अग्निशमन विभाग की 911 रिक्तियां भरी जा चुकी हैं। शेष करीब 300 पद दिसंबर तक भरने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा, अग्निशामक पहले रिस्पॉन्डर होते हैं और संकट की घड़ी में वे ही सरकार का चेहरा बनते हैं।

     उन्होंने कहा कि ओडिशा अग्निशमन विभाग ने पूरे देश में अलग पहचान बनाई है। हमारे अग्निशामक ‘बेस्ट इन द बिजनेस’ साबित हुए हैं। पिछले साल राज्य के 346 दमकल केंद्रों ने 50 हजार से ज्यादा कॉल अटेंड किए, 7,599 लोगों की जान बचाई और 17 हजार से अधिक पशुओं को सुरक्षित निकाला।

    उन्होंने बताया कि 12 करोड़ रुपये की लागत से कोणार्क रामचंडी में राष्ट्रीय स्तरीय जलकौशल एवं जीवन रक्षक प्रशिक्षण केंद्र शीघ्र कार्यरत होगा। इसके अलावा 10 करोड़ रुपये की लागत से स्कूबा डाइविंग प्रशिक्षण केंद्र भी बनाया जाएगा।

    यहां पुलिस, अग्निशमन और गृह रक्षक बल को प्रशिक्षित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने विभाग को छात्रों में तैराकी शिक्षा को बढ़ावा देने और अधिकारियों व अग्निशामकों को राज्य से बाहर प्रशिक्षण दिलाने का भी सुझाव दिया।

    इस अवसर पर ‘अग्निशामक’ थीम गीत का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री कनकवर्धन सिंहदेव, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पूजारी, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रकाश मिश्रा, विधायक सिद्धांत महापात्र, बाबू सिंह, आश्रित पट्टनायक समेत प्रशिक्षुओं के परिजन, पुलिस व अग्निशमन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

    अग्निशमन, गृह रक्षक एवं नागरिक सुरक्षा महानिदेशक सुधांशु षडंगी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। उपमहानिरीक्षक उमाशंकर दास ने प्रशिक्षुओं को शपथ दिलाई।