Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Odisha: कल चक्रवात का रूप धारण करेगा गहरे दबाव का क्षेत्र, चार दिसम्बर को तट से टकराने की उम्मीद

    मौसम विभाग ने कहा है कि चक्रवात के प्रभाव से तमिलनाडु के विभिन्न जगहों पर अभी से वर्षा शुरू हो गई है। तमिलनाडु में सम्भावित चक्रवात को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है। भारी वर्षा के कारण कांचिपुरम एवं थिरूवल्लूर जिले में स्कूल एवं कालेज में छुट्टी घोषित कर दी गई है। तिरुपति मंदिर के सामने वर्षा के कारण भक्तों को असुविधा का सामना करना पड़ा।

    By Sheshnath RaiEdited By: Mohammad SameerUpdated: Sat, 02 Dec 2023 05:00 AM (IST)
    Hero Image
    तमिलनाडु में कई जगहों पर शुरू हो गई है वर्षा (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र गहरे दबाव में बदल गया है। यह पुडुचेरी से 790 किमी और चेन्नई से 800 किमी दूर स्थित है। मौसम विभाग ने कहा है कि इसे रविवार 3 दिम्बर को चक्रवात में बदलने की पूरी सम्भावना है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी से सटे दक्षिण-पूर्व में दबाव का क्षेत्र गहरे दबाव में तब्दील हुआ है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और शनिवार तक इसे और अधिक सक्रिय होने का अनुमान है।

    3 दिसम्बर के आसपास दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात बनने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों ने भविष्यवाणी की है कि गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवात में बदल जाएगा और 4 दिसम्बर की शाम को चेन्नई और मछलीपट्टनम के बीच तट से टकराएगा।

    तमिलनाडु के विभिन्न जगहों पर अभी से वर्षा शुरू

    मौसम विभाग ने कहा है कि चक्रवात के प्रभाव से तमिलनाडु के विभिन्न जगहों पर अभी से वर्षा शुरू हो गई है। तमिलनाडु में सम्भावित चक्रवात को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है। भारी वर्षा के कारण कांचिपुरम एवं थिरूवल्लूर जिले में स्कूल एवं कालेज में छुट्टी घोषित कर दी गई है।

    यह भी पढ़ेंः Israel को साल भर पहले ही पता था हमास के हमले का प्लान, अमेरिकी अखबार का दावा- गंभीरता से नहीं ली गई खुफिया रिपोर्ट

    आन्ध्र प्रदेश में मौजूद तिरुपति मंदिर के सामने वर्षा के कारण भक्तों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा है। हालांकि इस संभावित चक्रवात का प्रभाव ओडिशा में कितना होगा, इस संदर्भ में अभी तक कोई स्पष्ट सूचना नहीं मिली है।