NIRF Ranking 2025: टॉप 100 में नहीं ओडिशा के एक भी सरकारी यूनिवर्सिटी को जगह, प्राइवेट संस्थानों ने मारी बाजी
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग रूपरेखा (एनआईआरएफ)-2025 में ओडिशा के सरकारी शिक्षण संस्थानों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। शीर्ष 100 में राज्य सरकार का कोई संस्थान नहीं है केवल 5 निजी और केंद्रीय संस्थान शामिल हैं। शिक्षा एवं अनुसंधान (एसओए) 25वें स्थान पर है। उत्कल विश्वविद्यालय शीर्ष 200 में भी जगह नहीं बना पाया। इंजीनियरिंग प्रबंधन और चिकित्सा संस्थानों में भी राज्य के संस्थानों का प्रदर्शन मिला-जुला रहा।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग रूपरेखा (एनआईआरएफ)-2025 की सूची में ओडिशा के सरकारी शिक्षण संस्थानों ने एक बार फिर निराशाजनक प्रदर्शन किया है। कुल 17 श्रेणियों पर आधारित एनआईआरएफ रैंकिंग में इस बार भी राज्य सरकार के किसी भी संस्थान को समग्र प्रदर्शन के आधार पर जारी शीर्ष 100 में जगह नहीं मिली।
वहीं, दो निजी और तीन केंद्रीय संस्थानों को मिलाकर राज्य के कुल 5 शिक्षण संस्थान शीर्ष 100 में शामिल हुए हैं। समग्र प्रदर्शन श्रेणी में शिक्षा एवं अनुसंधान (एसओए) मान्य विश्वविद्यालय इस वर्ष 25वें स्थान पर रहा है। कलिंग औद्योगिक प्रौद्योगिकी संस्थान (किट) मान्य विश्वविद्यालय 27वें, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (राउरकेला) 34वें, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (भुवनेश्वर) 80वें और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (भुवनेश्वर) 100वें स्थान पर हैं।
भुवनेश्वर स्थित सी.वी. रमन वैश्विक विश्वविद्यालय और ओडिशा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (ओयूएटी) 151 से 200 के बीच रहे हैं। ओडिशा का सबसे पुराना उत्कल विश्वविद्यालय देश के शीर्ष 200 संस्थानों में भी जगह नहीं बना पाया।
विश्वविद्यालय श्रेणी में ओडिशा से दो विश्वविद्यालयों ने स्थान पाया है—एसओए 15वें और केआईआईटी 17वें स्थान पर। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी सी.वी. रमन वैश्विक विश्वविद्यालय, ओयूएटी, संबलपुर विश्वविद्यालय और उत्कल विश्वविद्यालय 101 से 150 के बीच रहे हैं। वहीं, संबलपुर विश्वविद्यालय, सेंचुरियन विश्वविद्यालय और वीएसएसयूटी 151 से 200 रैंक के बीच रहे।
अनुसंधान संस्थान श्रेणी के शीर्ष 50 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान राउरकेला 30वें, किट 43वें और एसओए 49वें स्थान पर रहे। राज्य के सार्वजनिक विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में उत्कल विश्वविद्यालय का प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
2024 में 42वें स्थान पर रहा उत्कल इस बार फिसलकर 48वें स्थान पर आ गया। इस श्रेणी में बरहमपुर विश्वविद्यालय, फकीर मोहन विश्वविद्यालय, ओयूएटी, रेवेन्सा, संबलपुर विश्वविद्यालय और वीएसएसयूटी 51 से 100 स्थानों में रहे।
देश के शीर्ष 100 अभियांत्रिकी महाविद्यालयों में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान राउरकेला 13वें, एसओए 22वें, किट 36वें, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भुवनेश्वर 39वें और सी.वी. रमन वैश्विक विश्वविद्यालय 95वें स्थान पर रहे।
151 से 200 के बीच वीएसएसयूटी बुर्ला, 201 से 300 के बीच सेंचुरियन विश्वविद्यालय (पारलाखेमुंडी), सीईटी भुवनेश्वर, गांधी अभियांत्रिकी महाविद्यालय, भुवनेश्वर स्थित गीता (गांधी प्रौद्योगिकीय प्रगति संस्थान), गुनुपुर स्थित जीआईईटी विश्वविद्यालय और सिलिकॉन विश्वविद्यालय शामिल हैं।
प्रबंधन संस्थानों की श्रेणी में जावियर भुवनेश्वर 45वें, एसओए 66वें, किट 68वें और भारतीय प्रबंधन संस्थान संबलपुर 94वें स्थान पर रहे।
देश के शीर्ष 50 चिकित्सा महाविद्यालयों में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भुवनेश्वर 14वें, एसओए 15वें और किट 24वें स्थान पर रहे। कानून श्रेणी में देश के शीर्ष 40 में एसओए 10वें, किट 14वें और राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, कटक 15वें स्थान पर रहे।
स्थापत्य और नियोजन श्रेणी के शीर्ष 40 में राज्य से केवल राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान राउरकेला 7वें स्थान पर रहा, वहीं कृषि विज्ञान श्रेणी में केवल ओयूएटी 19वें स्थान पर रहा।
सतत विकास लक्ष्य में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान राउरकेला 9वें स्थान पर रहा। मुक्त विश्वविद्यालय और कौशल विश्वविद्यालय श्रेणी की तीन-तीन सूचियों में ओडिशा का कोई भी संस्थान शामिल नहीं हो सका।
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