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    Odisha News: पुरी जगन्नाथ मंदिर परिसर में गिरा पत्थर का टुकड़ा, हादसा टला... नहीं हुआ जानमाल का नुकसान

    Updated: Sat, 09 Mar 2024 07:52 PM (IST)

    पुरी जगन्नाथ मंदिर परिसर के अंदर मौजूद एकदशी मंदिर के ऊपरी हिस्से से पत्थर का एक टुकड़ा खिसकर गिर गया हालांकि इस कारण किसी प्रकार के नुकसान की जानकारी नहीं मिली और ना ही किसी की जान को नुकसान पहुंचा। मंदिर परिसर में एक टिन की छत पर जाकर पत्थर गिरा और इसका वजन 3 से 4 किलो के करीब है।

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    पुरी जगन्नाथ मंदिर परिसर में पत्थर का टुकड़ा गिरा (फाइल फोटो)

    संवाद सहयोगी, पुरी। पुरी जगन्नाथ मंदिर परिसर के अंदर मौजूद एकदशी मंदिर के ऊपरी हिस्से से पत्थर का एक टुकड़ा खिसकर गिर जाने की सूचना मिली है। गनीमत रही कि इससे किसी प्रकार कोई नुकसान नहीं हुआ है। कोई सेवक या भक्त घायल नहीं हुआ है। पत्थर मंदिर परिसर में एक टिन की छत पर गिरा, जिसका वजन 3 से 4 किलो होने का अनुमान है।

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    जानकारी के मुताबिक शनिवार तड़के बराह मंदिर के समीप एकादशी मंदिर के ऊपरी हिस्से से एक पत्थर का टुकड़ा गिर गया, जिसकी लम्बाई 15 है और मोटाई 5 इंच बतायी गई है। इसके बाद, जगन्नाथ मंदिर के कमांडर ने पत्थर एकत्र किया और एएसआई अधिकारियों को सूचित किया। बराह मंदिर मुख्य मंदिर के दक्षिण में बिमला मंदिर के सामने स्थित है।

    पत्थर गिरने का नहीं पता चल पाया कारण 

    विशेष रूप से, एएसआई ने जगन्नाथ मंदिर के इस हिस्से से कुछ पत्थरों को बदला था और मरम्मत कार्य पूरा किया था। ऐसे में किस वजह से पत्थर का टुकड़ा गिरा है, इसके पीछे के सटीक कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है। लेकिन संदेह है कि बंदरों द्वारा एक तरफ से दूसरी तरफ कूदने के प्रयासों के दौरान ढीला पत्थर गिर गया होगा।

    एएसआई ने घटना को स्वीकार किया है और इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है। हालांकि, श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने अभी भी इस घटना पर चुप्पी साधे हुए है और इस पर कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।

    2011 में गिरा था एक टन का पत्थर

    यहां यह उल्लेख करना उचित है कि 2011 में पुरी में 12 वीं शताब्दी के जगन्नाथ मंदिर के पश्चिमी द्वार के गुंबद से एक टन का पत्थर गिर गया था। जिस समय पत्थर गिरा उस समय मंदिर में करीब 2,000 श्रद्धालु मौजूद थे। हालांकि, वे बोल्डर से बाल-बाल बचने में सफल रहे। इसी तरह 2015 में पुरी के जगन्नाथ मंदिर के जलक्रीड़ा मंडप से करीब 40 किलोग्राम वजनी पत्थर का एक टुकड़ा गिर गया था।

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