विस्थापन समस्या समाधान को ले हुई बैठक
एमसीएल लखनपुर क्षेत्र की कोयला खदान के कारण त्रस्त जोराबगा वासियों द्वारा जिलाधीश से शिकायत करने के बाद प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए शनिवार को एक त्रिपक्षीय बैठक का आयोजन किया।
संसू, ब्रजराजनगर : एमसीएल लखनपुर क्षेत्र की कोयला खदान के कारण त्रस्त जोराबगा वासियों द्वारा जिलाधीश से शिकायत करने के बाद प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए शनिवार को एक त्रिपक्षीय बैठक का आयोजन किया। बेलपहाड़ नगरपालिका के सम्मेलन कक्ष में उपजिलाधीश शिव टोप्पो की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में ब्रजराजनगर एसडीपीओ गुप्तेश्वर भोई, बेलपहाड़ थाना प्रभारी रंजन बिस्वाल, एमसीएल के लखनपुर क्षेत्र महाप्रबंधक अनिल कुमार सिंह, बेलपहाड़ खुली खदान के प्रकल्प अधिकारी सत्यभूषण बारीक, तथा जोराबगा ग्राम कमेटी की महिलाएं शामिल हुई। बैठक में ग्रामवासियों ने आरोप लगाया कि गांव के करीब 700 निवासियों की एमसीएल द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है। दूसरी तरफ ग्रामवासियों की समस्याओं का समाधान करने की बजाय एमसीएल सिर्फ कोयला उत्खनन में व्यस्त है व शक्तिशाली विस्फोट करते रहता है। इससे लोगों के मकान टूटने के साथ साथ प्रदूषण में भारी बढ़ोतरी हो रही है । गांव में अपनी जमीन खोने वाले विस्थापितों को एमसीएल में स्थायी नियुक्ति तथा जमीन विहीन गांव के युवक युवतियों को ठेका कंपनियों में नियुक्ति देने में अग्रधिकार देने का कोई प्रयास नहीं किया गया है। सभी शिकायतें सुनने के बाद उपजिलाधीश टोप्पो ने कहा कि गांव के जमीन विहीन निवासियों की एक तालिका आगामी 28 फरवरी तक जारी करने के साथ ही उनको दिया जाने वाला मुआवजा तथा उन्हें पुनर्वास स्थल को स्थानान्तरण किया जाएगा। गांव के आश्रम स्कूल, उच्च प्राथमिक तथा उच्च विद्यालय के लिए जमीन की व्यवस्था करने के उपरांत स्थानांतरित किये जाने की बात उन्होंने कही। साथ ही उच्च क्षमता के विस्फोट न करने तथा लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखने का आश्वासन भी दिया गया। गांव वालों ने जंगल इलाके की बजाय नगरपालिका इलाके में पुनर्वास करने की मांग की है। पेयजल समस्या का समाधान करने का आश्वासन भी उपजिलाधीश ने दिया है। गांव की रैयत जमीनधारियों का 85 प्रतिशत माप का काम पूरा हो जाने तथा शेष काम भी शीघ्र पूरा करने की जानकारी दी गई । ज्ञात हो कि जोराबगा वासियों द्वारा 10 दिनों में समस्याओं का समाधान न होने पर बेलपहाड़ कोयला खदान की ़कवारी संख्या एक को बंद कर देने की चेतावनी देने के बाद प्रशासन ने चुस्ती दिखाई है। बैठक में शामिल होने वाले जोराबगा गांव कमेटी की कल्याणी करता, सुलोचना रनबीड़ा, गितारानी पान, किशोरी करता, चंद्रमा मिश्र, लक्ष्मी मुखी, सुलता प्रधान, सुषमा कुमुरा, निरुपमा सिंह, तुलसी महाराणा, प्रवीना दुबे, संजू देवी, सविता देवी इत्यादि महिलाओं ने भाग लिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।