Odisha News: कटक में रिटायर्ड आर्मी डॉक्टर डिजिटल जाल में फंसे, साइबर गैंग ने उड़ाए 1.09 करोड़ रुपये
कटक में एक सेवानिवृत्त आर्मी डॉक्टर साइबर अपराधियों के जाल में फंसकर 1 करोड़ 9 लाख 46 हजार रुपये गंवा बैठे। साइबर अपराधियों ने उन्हें डिजिटल गिरफ्तारी का डर दिखाकर ठगी की। साइबर थाने ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि एक फरार है। पुलिस ने आरोपियों से मोबाइल फोन फर्जी सिम कार्ड क्रेडिट और डेबिट कार्ड जब्त किए हैं।

जागरण संवाददाता, कटक। साइबर अपराधियों का एक गिरोह एक बार फिर बड़ी ठगी को अंजाम देने में कामयाब हो गया है। कटक सीडीए निवासी एक सेवानिवृत्त आर्मी डॉक्टर डिजिटल गिरफ्तारी के जाल में फंसकर 1 करोड़ 9 लाख 46 हजार रुपये गँवा बैठे। हालाँकि, साइबर थाने ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि गिरोह का एक सदस्य अभी भी फरार है।
ऐसे बुना गया जाल
जानकारी के अनुसार, सेवानिवृत्त आर्मी डॉक्टर शंकर प्रसाद मिश्रा को एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को ट्राई अधिकारी बताया और अपना नाम राजीव सिन्हा बताया। उसने डॉक्टर को भरोसा दिलाया कि उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल करके फर्जी सिम कार्ड घोटाला किया गया है और इस संबंध में साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया है।
इसके बाद, कॉल एक-एक करके अलग-अलग लोगों को ट्रांसफर की गई। एक ने खुद को सीबीआई अधिकारी और दूसरे ने जज बताकर बात की। आरोपियों ने डॉक्टर को डिजिटल गिरफ्तारी की बात कही और जांच के नाम पर खाते की रकम अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करने को कहा। डर और दबाव में आकर डॉक्टर ने 1 करोड़ 9 लाख 46 हज़ार रुपये ट्रांसफर कर दिए।
तीन आरोपी गिरफ्तार
मामले की शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने जाँच शुरू की और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल निवासी बर्मा कुसवा (21), हावड़ा निवासी दिनेश खंडेलवाल (56) और जय कुमार शाह (32) शामिल हैं। खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर ठगी करने वाले गिरोह के एक और सदस्य की तलाश जारी है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 मोबाइल फोन, फर्जी सिम कार्ड, 19 क्रेडिट और डेबिट कार्ड और 40 बैंक खाते जब्त किए हैं। फिलहाल, पुलिस मामले की गहन जाँच में जुटी है और फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है।
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