Odisha Rape Case: पुलिस के हाथ लगा अहम सबूत, अब दरिंदों की खैर नहीं; क्राइम ब्रांच ने तेज की कार्रवाई
गंजाम के गोपालपुर में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है। जांच में सीसीटीवी और मोबाइल से अहम डिजिटल साक्ष्य मिले हैं, मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। इस मामले में 10 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, जिनमें से 4 नाबालिग हैं। पीड़िता ने सभी आरोपियों की पहचान कर ली है।
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जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। गंजाम जिले के गोपालपुर में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच क्राइम ब्रांच की सीएडब्ल्यू (महिलाओं के खिलाफ अपराध) टीम कर रही है। क्राइम ब्रांच के डीजी विनयतोष मिश्रा ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म मामले में क्राइम ब्रांच को अहम डिजिटल साक्ष्य मिले हैं।
मिश्रा ने बताया कि सीसीटीवी और मोबाइल में पुख्ता साक्ष्य हैं। मोबाइल में दुष्कर्म की घटना का वीडियो है या नहीं, इसकी जांच के लिए क्राइम ब्रांच ने इसे राज्य फोरेंसिक विभाग को भेज दिया है। डिजिटल साक्ष्य के अनुसार घटना के पहले और बाद में आरोपियों का फुटेज जुटाया गया है।
आरोपियों की मौके पर मौजूदगी के डिजिटल साक्ष्य मिले हैं। इस मामले में क्राइम ब्रांच की जांच तेज होती जा रही है और आरोपियों को कैसे सजा दिलाई जाए, इस पर जोर दिया जा रहा है। मिश्रा ने बताया कि फोरेंसिक टीम जितनी जल्दी आरोपियों की डीएनए प्रोफाइलिंग और डिजिटल साक्ष्य रिपोर्ट सौंपेगी, उतनी जल्दी मामले में चार्जशीट दाखिल होगी और ट्रायल शुरू होगा।
अदालत ने मामले में 10 आरोपियों को एक दिन की रिमांड पर भेजा है। उधर, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को दो सप्ताह के भीतर पूरी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। रिपोर्ट में गैंगरेप मामले की जांच रिपोर्ट, पीड़िता की स्वास्थ्य स्थिति के साथ-साथ पीड़िता को दिए गए मुआवजे या काउंसलिंग की जानकारी शामिल है।
गौरतलब है कि इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले को स्वयं उठाया था। दो दिन पहले एआईसीसी की एक तथ्यान्वेषी टीम ने घटनास्थल का दौरा किया था और बरहामपुर एसपी से मामले पर चर्चा की थी। घटना 15 जून की रात की है, जब गोपालपुर बीच पर अपने पुरुष मित्र के साथ टहलने गई कॉलेज छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था।
पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनमें से चार नाबालिग होने के कारण पुलिस ने उन्हें जेजेबी के समक्ष पेश किया, जबकि अन्य को गिरफ्तार कर कोर्ट भेज दिया गया। हाल ही में आरोपियों की टीआई परेड के दौरान पीड़िता ने सभी 10 लोगों की पहचान की थी इसलिए आईजी एस सैनी के नेतृत्व में जांच टीम बेहद संवेदनशील तरीके से जांच कर रही है।
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