बेटे के इंतजार में पांच दिन से फ्रीजर में पड़ा वृद्ध महिला का शव, पति ने किया दाह-संस्कार से इनकार
बालेश्वर के अरड बाजार गांव में एक महिला का शव पांच दिनों से घर में रखा है। रविवार रात तबीयत बिगड़ने से छबिरानी दे की मृत्यु हो गई थी। उनका बेटा कनाडा में नौकरी करता है। पति ने तलाक के कारण दाह संस्कार से इनकार कर दिया। गांव वाले बेटे के आने का इंतजार कर रहे हैं ताकि हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया जा सके।

लावा पांडे, बालेश्वर। बालेश्वर शहर के अंतर्गत सहदेव खूंटा थाना के अधीन अरड बाजार नामक गांव में विगत पांच दिनों से एक महिला का शव घर में पड़ा हुआ है तथा उक्त गांव के लोग मृतक महिला के शव का रखवाली कर रहे हैं।
प्राप्त खबर के अनुसार बीते रविवार रात को अरड बाजार नामक गांव की रहने वाली छबिरानी दे का तबीयत अचानक बिगड़ जाने के कारण उनके घर में किराए पर रहने वाले लोगों ने उन्हें अस्पताल इलाज के लिए ले गए थे जहां पर डॉक्टरों ने छविरानी को मृत घोषित कर दिया था।
बेटा करता है विदेश में नौकरी
किराएदारों ने मृतक छविरानी को उनके घर वापस लाए थे तथा इसकी सूचना उनके पति सृष्टिधार दे को दिया गया था। सृष्टिधार दे विगत कुछ वर्षों से पत्नी से अलग होकर रह रहे हैं इन दोनों दंपति का एकमात्र बेटा संजीव दे जो की कनाडा में विदेश में नौकरी करता है।
ग्राम वासियों ने सृष्टिधार दे को उनकी पत्नी के मृत्यु के बारे में सूचना दिए थे| पति सृष्टिधार दे पत्नी का शव देखने घर आए लेकिन दाह संस्कार करने से मना कर दिया था।
पत्नी का दाह संस्कार नहीं करूंगा
उन्होंने ग्राम वासियों से कहा था कि विगत कुछ वर्षों से पत्नी के साथ मेरा तलाक हो चुका है इसके चलते मैं पत्नी का दाह संस्कार नहीं करूंगा। गांव के लोगों ने पति सृष्टिधार से अनुरोध किया था कि जब तक बेटा कनाडा से वापस न लौटे आप कृपया शव के पास रहे तथा शव का देखरेख करें | लेकिन पति नहीं माना था और वापस लौट गया था।
आज 5 दिन बीत जाने के बाद बेटा विदेश से नहीं लौट पाया है लेकिन शव का देखरेख उक्त गांव के लोग कर रहे हैं और घर के भीतर फ्रीजर मैं रखे हुए हैं। इस गांव के लोगों का कहना है कि बेटे के आने के बाद ही हिंदू मान्यता के अनुसार उनके शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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