उत्कल विश्वविद्यालय हॉस्टल में डिलीवरी बॉय और कैब ड्राइवर का कब्जा, कमरों से शराब की बोतलें बरामद
भुवनेश्वर के उत्कल विश्वविद्यालय में ऑपरेशन ब्लू स्टार के तहत छात्रावासों पर छापेमारी की गई। इस दौरान अवैध रूप से रह रहे बाहरी लोगों को खदेड़ा गया और शराब की बोतलें जब्त की गईं। छात्रावासों में डिलीवरी बॉय कैब ड्राइवर और पढ़ाई छोड़ चुके लोग डेरा जमाए हुए थे जिनमें से कुछ राजनीतिक संगठनों से जुड़े थे।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। भुवनेश्वर स्थित उत्कल विश्वविद्यालय के वाणी विहार कैंपस में सोमवार को हुई बड़ी छापेमारी में हॉस्टलों पर अवैध कब्जे का बड़ा खुलासा हुआ।
छापे के दौरान शराब की बोतलें जब्त की गईं और बाहर से रह रहे लोगों को खदेड़ा गया।कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में शराब की बोतलें, हीटर और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद हुए।
विश्वविद्यालय प्रशासन के निर्देश पर पुलिस कर्मियों, हॉस्टल वार्डनों और वरिष्ठ शिक्षकों ने मिलकर एक बड़े पैमाने पर निष्कासन अभियान चलाया। ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ नाम से चलाए गए इस अभियान का निशाना बने चार पुरुष छात्रावास नंबर 1, 2, 3 और 5, जो लंबे समय से बाहरी लोगों के कब्जे में थे।
ये वही हॉस्टल थे जहां डिलीवरी बॉय, कैब ड्राइवर और यहां तक कि पढ़ाई छोड़ चुके लोग भी लंबे समय से डेरा जमाए हुए थे। छापे के दौरान यह भी सामने आया कि कुछ अवैध रूप से रह रहे लोग राजनीतिक संगठनों से जुड़े थे। इससे न सिर्फ विश्वविद्यालय की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा था बल्कि पढ़ाई का माहौल भी लगातार बिगड़ रहा था।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बार-बार चेतावनी और नोटिस जारी कर गैर-छात्रों को कमरे खाली करने को कहा था, लेकिन नतीजा न निकलने पर सख्त कार्रवाई करनी पड़ी।
अधिकारियों ने साफ कहा कि हॉस्टल केवल नामांकित छात्रों के लिए हैं और किसी भी बाहरी को यहां रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि इस अभियान का मकसद अनुशासन बहाल करना और राज्य के प्रमुख विश्वविद्यालय की साख को बचाना है।
प्रशासन ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में ऐसे और छापे जारी रहेंगे ताकि हॉस्टलों को पूरी तरह से अवैध कब्जों से मुक्त कराया जा सके।
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