सेमीकंडक्टर हब बनने का ओडिशा का सपना टूटा, ब्रिटेन की कंपनी ने आंध्र प्रदेश मिलाया हाथ
ओडिशा को सेमीकंडक्टर उद्योग का हब बनाने का सपना दिखाने वाली कंपनी एसआरएएम एंड एमआरएएम अब आंध्र प्रदेश में निवेश करेगी। कंपनी ने पहले ओडिशा सरकार के साथ 30 हजार करोड़ का समझौता किया था लेकिन अब आंध्र प्रदेश सरकार के साथ 25 हजार करोड़ का नया एमओयू साइन किया है। इस कदम से ओडिशा को झटका लगा है।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा को सेमीकंडक्टर उद्योग का हब बनाने का सपना दिखाने वाली कंपनी अब आंध्र प्रदेश का रुख कर चुकी है। 2023 में ओडिशा सरकार से समझौता कर गंजाम जिले के छत्रपुर में 30 हजार करोड़ का निवेश करने का वादा करने वाली ब्रिटेन की कंपनी एसआरएएम एंड एमआरएएम ने अब आंध्र प्रदेश की राजधानी स्थित अमरावती में उद्योग लगाने के लिए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से नया एमओयू साइन कर लिया है।
कंपनी ने 2023 में छत्रपुर का चयन करते हुए 800 एकड़ जमीन मांगी थी। राष्ट्रीय राजमार्ग, गोपालपुर पोर्ट और एयरपोर्ट की नजदीकी को देखते हुए उसने यहां उद्योग स्थापित करने की सहमति दी थी।
उस समय कंपनी ने 2025 तक काम शुरू करने और 5 हजार लोगों को रोजगार देने का दावा किया था। आगे चलकर 2027 तक निवेश बढ़ाकर 2 लाख करोड़ करने का भी आश्वासन दिया गया था।
कंपनी ने जिला प्रशासन के साथ कई दौर की बैठकें की थी और तत्कालीन कलेक्टर ने पूरा सहयोग देने का वादा भी किया था। लेकिन अब कंपनी ने ओडिशा में किए वादों को दरकिनार कर आंध्र का हाथ थाम लिया है।
सूत्रों के मुताबिक, अमरावती में कंपनी 25 हजार करोड़ का निवेश करेगी। इसके लिए मई-जून में कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू से मुलाकात की थी। बैठक में आंध्र के वित्त मंत्री पी. केशव, विधायक वी. प्रशांति रेड्डी और सांसद वी. प्रभाकर रेड्डी भी मौजूद रहे।
ओडिशा को जहां इस कदम से बड़ा झटका लगा है, वहीं आंध्र प्रदेश सरकार इसे अपनी बड़ी उपलब्धि के रूप में देख रही है। सेमीकंडक्टर उद्योग को लेकर दोनों राज्यों के बीच अब सीधी प्रतिस्पर्धा खड़ी हो गई है।
कब क्या हुआ
2023 में ओडिशा सरकार से एमओयू
छत्रपुर में 30 हजार करोड़ निवेश का वादा
2025 में आंध्र सरकार संग नया समझौता
अमरावती में 25 हजार करोड़ का निवेश का वादा
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