Puri Jagannath Temple: पुरी श्रीमंदिर के 200 सेवायत कोरोना संक्रमित, 15 दिन में पांच की मौत
पुरी श्रीमंदिर के 200 से अधिक सेवायत कोरोना की चपेट में आ चुके हैं जिनमें से पांच की मौत भी हो चुकी है। ऐसे में श्रीमंदिर की पूजा सेवा बाधित होने की संभावना बढ़ गयी है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के दौरान कोरोना से खुद को बचा कर रखने वाले पुरी श्रीमंदिर के सेवायत अब कोरोना की चपेट में आने लगे हैं। पिछले 15 दिन में इस महामारी की चपेट में आने से पांच सेवायत की मौत हो चुकी है जबकि 200 से अधिक सेवायत संक्रमित हो चुके हैं। कुछ सेवायत गंभीर रूप से अस्वस्थ हैं। पुरी के सेवायतों के बीच इस तरह से कोरोना का फैलना चिंताजनक हो गया है। क्योंकि सेवायतों के संक्रमित हो जाने से महाप्रभु की दैनिक सेवा पूजा पर भी संकट मंडराने लगा है।
श्रीमंदिर कार्यालय के कर्मचारियों में भय का माहौल
जानकारी के मुताबिक केवल सेवायत ही संक्रमित नहीं हुए हैं बल्कि श्रीमंदिर प्रशासन कार्यालय के कर्मचारी भी कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। खबर के मुताबिक अब तक 5 कर्मचारी संक्रमित हुए हैं। बावजूद इसके श्रीमंदिर प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है। ऑफिस छुट्टी नहीं की जा रही है और ना ही सैनिटाइज किया जा रहा है जिससे श्रीमंदिर कार्यालय के कर्मचारियों में भय का माहौल है। श्रीमंदिर के सेवक एवं मंदिर प्रशासन के कर्मचारियों में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के चलते अब सेवा पूजा में इसका बड़ा प्रभाव पढ़ने जा रहा है। ऐसे में पुरी जिला प्रशासन से इस पर सतर्कता बरतने तथा पुरी प्रवेश पर रोक लगाने के साथ श्रीमंदिर को अगले एक महीने तक न खोलने की मांग की जा रही है।
महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की सेवा पूजा भी बाधित होने की संभावना
श्रीमंदिर के पालिया सेवक के कोरोना से संक्रमित पाए जाने के बाद अब महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की सेवा पूजा भी बाधित होने की संभावना देखी जा रही है। श्रीमंदिर में ऐसी कुछ दैनिक सेवाएं हैं जिसके विकल्प सेवक नहीं है। ऐसी स्थिति में प्रशासन से सेवकों के प्रति सतर्क दृष्टि रखने की मांग की जा रही है। रथयात्रा से पहले एवं बाद में सेवक तथा श्रीमंदिर कर्मचारियों का तीन तीन बार कोरोना परीक्षण किया गया था। होम्योपैथी स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया था। लेकिन अब ये सभी प्रयास बेकार होते दिख रहे हैं। सेवकों के लिए उपयुक्त चिकित्सा व्यवस्था ना होने तथा गृह संगरोध व्यवस्था की जांच न किए जाने से ऐसी स्थिति उत्पन्न होने की बात सेवक कह रहे हैं। ऐसे में श्रीमंदिर प्रशासन, जिला प्रशासन से इस पर ध्यान देने की मांग लोगों ने की है।