Puri Rath Yatra: दूसरे दिन भी उत्साह के साथ जारी रही रथ यात्रा, जगन्नाथ धाम में जुटे 10 लाख से अधिक श्रद्धालु
पुरी जगन्नाथ धाम में दूसरे दिन भी रथ यात्रा उत्साहपूर्वक जारी रही। लाखों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ बलभद्र और सुभद्रा के रथों को खींचने के लिए उमड़े। अनुकूल मौसम और भक्तों की अटूट श्रद्धा के साथ पूरा बड़ादंडा जय जगन्नाथ के उद्घोष से गुंजायमान है। अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी भी रथ यात्रा में शामिल हुए और प्रसाद सेवा की शुरुआत की। तीनों रथों को गुंडिचा मंदिर तक खींचा गया।

जागरण संवाददाता, पुरी। पुरी जगन्नाथ धाम में तीनों रथों पर सुबह की रस्में पूरी होने के बाद आज दूसरे दिन भी उसी उत्साह और उमंग के साथ तीनों रथों को खींचने की प्रक्रिया शुरू हुई। दूसरे दिन भी 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच तीनों रथों को खींचा जा रहा है। शुक्रवार की तरह शनिवार को भी मौसम अनुकूल रहा, इसलिए श्रद्धालु पूरे उत्साह के साथ तीनों रथों को खींच रहे हैं।
पूरा बड़ादंडा आज दूसरे दिन भी जय जगन्नाथ की ध्वनि से गुंजायमान हो रहा है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को बलगांडी में रुके भगवान बलभद्र जी के तालध्वज रथ, मरीचिकोट में रुके देवी सुभद्रा जी के दर्प दलन रथ और मंदिर से थोड़ी दूरी पर आगे बढ़े भगवान जगन्नाथ जी के नंदीघोष रथ पर सुबह की रस्में पूरी की गईं।
इसके बाद तीनों रथों को खींचने की प्रक्रिया शुरू हुई। शुक्रवार की अपेक्षा शनिवार को श्रद्धालुओं के उत्साह व संख्या में कोई कमी नहीं देखी गई, क्योंकि पहले दिन महाप्रभु व सारथी भगवान जगन्नाथ जी का रथ खींचने पहुंचे अधिकतर श्रद्धालु पुरी में ही रुके थे।
इसके अलावा रातभर विभिन्न स्थानों से श्रद्धालुओं का जमावड़ा पुरी पहुंचने लगा था। ऐसे में आज सुबह से ही पूरा बड़दांड जगन्नाथ भक्तों से जगन्नाथमय हो गया। श्रद्धालुओं ने नृत्य, गीत व संकीर्तन करते हुए पूरे उत्साह के साथ रथ खींचा।
खासकर जैसे ही जगन्नाथ जी का नंदीघोष रथ मौसी बाड़ी के लिए रवाना हुआ तो पूरा बड़दांड उत्साह व उल्लास व जय जगन्नाथ की ध्वनि से गूंज उठा। गौरतलब है कि शुक्रवार को आषाढ़ शुक्ल द्वितीया तिथि पर पुरी जगन्नाथ धाम में विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा निकाली गई थी।
हालांकि, तीनों रथ मौसी बाड़ी नहीं पहुंच सके थे। शुक्रवार शाम की रथयात्रा रात हो जाने के कारण रोक दी गई थी। ऐसे में शनिवार को फिर तीनों रथों को खींचकर मौसी बाड़ी ले जाया गया।
वहीं, अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी शनिवार को भुवनेश्वर पहुंचे। यहां से वे पुरी पहुंचे और श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने रथ पर सवार भगवान के दर्शन किए और भक्तों की सेवा की।
इस अवसर पर अडानी ने कहा है कि हर भक्त को स्वच्छ, पौष्टिक और प्रेमपूर्वक परोसा गया भोजन मिले, इस संकल्प के साथ हमने पुरी धाम में 'प्रसाद सेवा' शुरू की है।
अडानी ने पुरी में सेवा कर पाने को "बहुत गर्व की बात" बताया और कहा कि मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान श्री जगन्नाथ जी का आशीर्वाद हम सभी पर हमेशा बना रहे। मानव सेवा ही ईश्वर की सेवा है और सेवा ही एक आध्यात्मिक साधना है।
उल्लेखनीय है कि तीनों रथ गुंडिचा मंदिर के सामने पहुंचे। सबसे पहले आज भक्तों ने भगवान बलभद्र जी के ताल ध्वज रथ को खींचा, फिर देवी सुभद्रा जी के दर्प दलन रथ को खींचा और गुंडिचा मंदिर के सामने लाया। अंत में जगत के नाथ महाप्रभु जगन्नाथ जी के रथ को खींचकर गुंडिचा मंदिर के सामने लाया गया।
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