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    PM Modi ने सराहा सुदर्शन पटनायक का 'बाली यात्रा' सैंड आर्ट, इंडिया मेरीटाइम वीक में गूंजा ओडिशा का समुद्री गौरव

    By S.K PandeyEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Wed, 29 Oct 2025 09:48 PM (IST)

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुदर्शन पटनायक के 'बाली यात्रा' सैंड आर्ट की प्रशंसा की है। यह कलाकृति इंडिया मेरीटाइम वीक के दौरान ओडिशा के समुद्री गौरव को दर्शाती है। पीएम मोदी ने पटनायक के कला के प्रति समर्पण को सराहा और इसे ओडिशा की समृद्ध संस्कृति का प्रतीक बताया। इंडिया मेरीटाइम वीक में ओडिशा के समुद्री इतिहास और विरासत को प्रदर्शित किया गया।

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    पीएम मोदी ने सराहा सुदर्शन पटनायक का 'बाली यात्रा' सैंड आर्ट

    संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के प्रख्यात सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक की कला की दिल खोलकर प्रशंसा की है। अवसर था इंडिया मेरीटाइम वीक 2025 का, जो मुंबई के गोरेगांव स्थित नेस्को ग्राउंड में आयोजित किया गया। इस राष्ट्रीय आयोजन में सुदर्शन पटनायक ने अपनी अनोखी रेत कला “ओडिशा टू इंडोनेशिया: वॉयज ऑफ हेरिटेज” के माध्यम से भारत की प्राचीन समुद्री विरासत और बाली यात्रा की ऐतिहासिक परंपरा को जीवंत कर दिया।

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    प्रधानमंत्री मोदी जब प्रदर्शनी क्षेत्र में पहुंचे, तो उनकी नजर सुदर्शन पटनायक की कलाकृति पर पड़ी। करीब 30 फीट लंबी और 10 फीट चौड़ी इस सैंड आर्ट में ओडिशा और इंडोनेशिया के बीच सदियों पुराने व्यापारिक और सांस्कृतिक रिश्तों को बारीकी से दर्शाया गया था। पीएम मोदी कुछ पल वहीं रुके और कलाकार की पीठ थपथपाते हुए बोले कि "आपकी कला भारत की संस्कृति और समुद्री गौरव को नयी दिशा दे रही है।”

    सुदर्शन पटनायक ने प्रधानमंत्री से प्रशंसा मिलते ही गर्व और भावनाओं से भरे शब्दों में कहा, “यह मेरे लिए अत्यंत गर्व का क्षण है। मैंने अपने राज्य ओडिशा की समुद्री परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर को राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया। प्रधानमंत्री का आशीर्वाद मेरे लिए नई प्रेरणा है।”

    ‘बाली यात्रा’ – ओडिशा की समुद्री विरासत का प्रतीक

    ओडिशा में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला बाली यात्रा उत्सव उस युग की याद दिलाता है जब ओडिशा के व्यापारी जहाज लेकर दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों—विशेषकर इंडोनेशिया के बाली द्वीप—तक व्यापार करने जाते थे। यह परंपरा भारत की प्राचीन समुद्री क्षमता और सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रतीक मानी जाती है। पटनायक की इस कला में उन्हीं ऐतिहासिक व्यापारिक मार्गों और समुद्री यात्राओं की झलक देखने को मिली।

    पीएम मोदी और सुदर्शन का पुराना नाता

    यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री मोदी ने सुदर्शन पटनायक की रचनात्मकता की सराहना की हो। जनवरी 2024 में भी पीएम ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर बनाई गई उनकी सैंड आर्ट को देखकर सोशल मीडिया पर “जय जगन्नाथ” लिखते हुए बधाई दी थी।

    अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान

    पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित सुदर्शन पटनायक को विश्वभर में उनकी अनूठी सैंड आर्ट के लिए जाना जाता है। उन्होंने अब तक 65 से अधिक अंतरराष्ट्रीय सैंड आर्ट प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और कई बार देश को प्रथम स्थान दिलाया है। उनकी कला सामाजिक संदेशों, पर्यावरण संरक्षण और भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए जानी जाती है।

    भारत की समुद्री ताकत से जुड़ी कला

    इंडिया मेरीटाइम वीक का उद्देश्य भारत की समुद्री क्षमता, नौवहन और व्यापारिक संभावनाओं को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर सुदर्शन की रेत कला ने इस आयोजन को सांस्कृतिक आयाम दे दिया। प्रधानमंत्री की सराहना ने न केवल कलाकार का उत्साह बढ़ाया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि भारत की प्रगति केवल विज्ञान और तकनीक से नहीं, बल्कि संस्कृति और परंपरा से भी जुड़ी है।

    ओडिशा की संस्कृति को मिला राष्ट्रीय मंच

    सुदर्शन पटनायक की इस कलाकृति ने एक बार फिर साबित कर दिया कि ओडिशा की मिट्टी में सिर्फ कला ही नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक गहराई और गौरवशाली इतिहास भी सांस लेता है। प्रधानमंत्री मोदी की यह सराहना न केवल एक कलाकार के लिए सम्मान है, बल्कि पूरे ओडिशा और भारत की रचनात्मक विरासत के लिए गौरव का क्षण है।