पारादीप बंदरगाह बनेगा मेगा पोर्ट, 500 मिलियन टन माल क्षमता का बढ़ाने का लक्ष्य
पारादीप बंदरगाह को 500 मिलियन टन माल क्षमता तक पहुंचाने के लिए मेगा पोर्ट के रूप में विकसित करने की योजना है। इसके लिए नई परियोजनाएं शुरू की जाएंगी, जिससे ओडिशा और पूरे देश में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और व्यापार में वृद्धि होगी।

पारादीप बंदरगाह बनेगा मेगा पोर्ट
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। बोइत बंदाण और बाली यात्रा केवल एक त्योहार नहीं हैं।ये ओडिशा की गौरवशाली समुद्री व्यापार परंपरा और साधवों के साहसिक मनोबल के प्रतीक हैं।धैर्य और साहस के साथ नई ऊंचाइयों को छूने की यह परंपरा आज भी ओडिया लोगों को प्रेरित करती है।यह बात मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कही।
मुख्यमंत्री माझी अपनी पत्नी के साथ बुधवार को पारादीप बंदर के बोइत बंदाण उत्सव में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ओडिशा की प्रगति में पारादीप बंदर की अग्रणी भूमिका रही है।यह अब भारत के सबसे प्रमुख और बड़े बंदरगाहों में से एक बन गया है।
2025 में 150 मिलियन मीट्रिक टन तक पहुंची क्षमता
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2015 में बंदरगाह की माल परिवहन क्षमता 71 मिलियन मीट्रिक टन थी, जो बढ़कर 2025 में 150 मिलियन मीट्रिक टन तक पहुंच गई है।उन्होंने घोषणा की कि मेरीटाइम इंडिया विजन 2030 के तहत इस बंदरगाह की वार्षिक माल परिवहन क्षमता को 300 मिलियन टन और विकसित भारत 2047 योजना के अनुसार 500 मिलियन टन तक बढ़ाया जाएगा।पारादीप को एक मेगा पोर्ट के रूप में विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व में भारत समुद्री व्यापार के नए युग में प्रवेश कर चुका है और मेरीटाइम अमृत काल विजन 2047 के अंतर्गत देश के सभी बंदरगाहों को विश्वस्तरीय बनाने की प्रक्रिया चल रही है।
कौशल विकास पर विशेष ध्यान
राज्य के उद्योग, कौशल विकास और तकनीकी शिक्षा मंत्री संपद चंद्र स्वाईं ने कहा कि राज्य सरकार पारादीप बंदरगाह को केंद्र में रखकर उद्योग, रोजगार सृजन और कौशल विकास पर विशेष ध्यान दे रही है।
जगतसिंहपुर के सांसद विभूप्रसाद तराई ने कहा कि भविष्य में पारादीप को केंद्र में रखकर यहां कई नए उद्योग, शैक्षणिक संस्थान और परिवहन आधारित परियोजनाएं आएंगी, जो जगतसिंहपुर और समूचे ओडिशा के आर्थिक परिदृश्य को बदल देंगी।
पारादीप पोर्ट ट्रस्ट के अध्यक्ष पी. एल. हरनाद ने बताया कि पिछले चार वर्षों में बंदरगाह ने एक के बाद एक नए रिकॉर्ड बनाए हैं और पिछले 50 वर्षों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।कार्यक्रम में जिलाधिकारी जे. सोनल, केंद्रीय क्षेत्र के डीआईजी सत्यजीत नायक सहित कई गणमान्य अतिथि मंच पर उपस्थित थे।पारादीप पोर्ट के उपाध्यक्ष कैप्टन अलेख चरण साहू ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।