भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। Odisha Honey Trap Case: ओडिशा में ब्लैकमेलर अर्चना नाग (Archana Nag) और उसके पति जगबंधु के बैंक खाते में 2017 के बाद से डेढ़ करोड़ रुपये जमा हुए हैं। इसमें से अकेले विजिनेस पार्टनर खगेश्वर पात्र के पांच बैंक खाते से 50 लाख रुपये अर्चना के बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए हैं। विभिन्न जिलों से लाख, दो लाख, पांच लाख, 10 लाख रुपये अर्चना के खाते में आए हैं। यह पैसा किसने दिया, कौन से नेता, मंत्री इसमें शामिल है, इस पर सवाल खड़ा हो गया है।

हनी ट्रैप मामले में ईडी ने शुरू की जांच
हनी ट्रैप मामले में अर्चना नाग के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अब छानबीन शुरू कर दी है। अर्चना नाग के बिजनेस पार्टनर खगेश्वर पात्र को गिरफ्तार करने बाद 10 दिन की रिमांड में लाकर ईडी पूछताछ कर रही है। सूत्रों से पता चला है कि ईडी ने खगेश्वर से कई संवेदनशील जानकारी हासिल की है। इसी दौरान ईडी को अर्चना नाग व जगबंधु के बैंक खाते में डेढ़ करोड़ रुपये जमा किए जाने की जानकारी मिली है। खगेश्वर से मिला तथ्य कितना सही है, वह जानने के लिए इडी अब अर्चना नाग व जगबंधु को रिमांड पर लाने की योजना बना रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों को आमने-सामने बैठाकर इडी पूछताछ करने वाली है।
पुलिस पर उठे सवाल
ब्लैकमेल का आरोप लगने के बाद अर्चना को छह अक्टूबर को और उसके 15 दिन बाद जगबंधु को गिरफ्तार किया गया था। एक तरफ अर्चना और उसके पति जगबंधु को गिरफ्तार कर झारपाड़ा जेल में रखा गया, तो वहीं उनका साथी खगेश्वर पात्र बाहर घूम रहा था। इसे लेकर पुलिस के ऊपर भी सवाल उठ रहे थे। कमिश्नरेट पुलिस जहां खगेश्वर पात्र को हाथ तक नहीं लगाया, वहीं ईडी अब इसे पकड़कर मामले को फिर चर्चा में ला दिया है।
इसलिए हैरान है ईडी
ईडी ने पिछले 10 तारीख को खगेश्वर के घर और कार शोरूम पर छापा मारा था। इसके बाद खगेश्वर को गिरफ्तार कर 10 दिवसीय रिमांड में लाकर ईडी नाग दंपत्ति के साथ उसके लिंक को खोज रही है। अर्चना के सत्यविहार स्थित आलीशान बंगले में डेढ़ करोड़ रुपये खर्च होने की बात पता चल रही है। ईडी इस बात से हैरान है कि आखिरकार दो सेकेंड हैंड कार शोरूम में कितना पैसा लगाया गया है या खेल कुछ और है इसी के जड़ तक जाने का प्रयास कर रही है।
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