Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कटक के सिंहनाथ मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं में मची भगदड़, दो की मौत, 30 से अधिक घायल, CM ने जताया दुख

    By Jagran NewsEdited By: Mohit Tripathi
    Updated: Sun, 15 Jan 2023 12:14 AM (IST)

    कटक के टी-ब्रिच पर भगदड़ मचने से दो की मौत हो गई जबकि तीस से अधिक घायल हो गए। भगदड़ को देखते हुए सिंहनाथ मंदिर में धारा144 लगा दी गई है। मुख्यमंत्री ने भगदड़ पर दुख व्यक्त करते हुए मृतका को पांच लाख की सहायता राशि की घोषणा की है।

    Hero Image
    कटक के सिंहनाथ मंदिर के निकट भगदड़, दो की मौत, 30 से अधिक घायल

    कटक/भुवनेश्वर, संवादसूत्र: कटक के सिंहनाथ मंदिर में लगे मकर संक्रांति मेले में शनिवार को भगदड़ मच गई। भगदड़ मचने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों में पांच की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें इलाज के लिए कटक बड़ा मेडिकल को स्थानांतरित किया गया है। मामूली रूप से घायलों को बांकी, बड़ंबा और कटक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस घटना को लेकर गहरा शोक जताने के साथ ही मृतक के परिवार को पांच लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इस भगदड़ में घायल होने वाले सभी घायलों को बेहतर चिकित्सा मुहैया कराने के लिए भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है।

    कटक के उपजिलाधीश हेमंत कुमार स्वाईं ने बताया है कि प्रशासन ने करीब 50 हजार श्रद्धालुओं के मेले में आने का आकलन किया था, जबकि डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंच जाने से व्यवस्था बिगड़ गई। वहीं, इस घटना के बाद सिंहनाथ मंदिर इलाके में दो दिनों के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है।

    बताया जा रहा है प्रशासनिक अदूरदर्शिता के कारण यहां भगदड़ मची। मकर संक्रांति के अवसर पर यहां दर्शन करने डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे थे। दर्शनार्थियों के भीड़ को नियंत्रित करने के लिए केवल तीन प्लाटून पुलिस बल तैनात किया गया था, जो भीड़ को नियंत्रित करने में विफल रहा। भीड़ बढ़ते ही सिंहनाथ मंदिर में भगवान शिव के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं में धक्का-मुक्की शुरू हो गई, उसके बाद भगदड़ मच गई। कई लोग खासकर महिलाएं और बच्चे इस भगदड़ का शिकार हो गए।

    सिंहनाथ के रूप् में भगवान शिव की पूजा की जाती है। यह मंदिर गोपीनाथपुर गांव निकटस्थ महानदी के बीच एक टापू में स्थित है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए एक टी ब्रिज बनाया गया है, जिसे 20 दिसंबर 2021 के दिन मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लोकार्पित किया था।

    करीब साढ़े चार किलोमीटर लंबा यह ब्रिज ओडिशा का सबसे लंबा ब्रिज है। यह ब्रिज कटक जिला के बांकी और बड़ंबा को जोड़ता है। इसी ब्रिज के बीच से एक संकरा ब्रिज महानदी के अंदर स्थित टापू के ¨सहनाथ मंदिर तक जाता है। इसी ब्रिज पर भीड़ बढ़ने से भगदड़ मची। उसके बाद हादसा हुआ।

    यह भी पढ़ें: राज्यपाल ने विदेशी श्रद्धालुओं को जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश देने का किया आग्रह,BJP ने कहा- राज्यपाल की निजी राय

    Odisha: बालेश्वर में हैरान करने वाला मामला, भूतों को बांटा जा रहा पीडीएस राशन

    Odisha News : राज्य पिछड़ा आयोग ने सरकार से 20 जातियों को ओबीसी सूची में की शामिल करने की सिफारिश