महिलाओं पर अपराध में तीसरे स्थान पर ओडिशा, NCRB रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
एनसीआरबी रिपोर्ट-2023 के अनुसार ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं जिससे राज्य देश में तीसरे स्थान पर है। 2023 में महिलाओं के खिलाफ 448211 मामले दर्ज हुए जो 2022 से अधिक हैं। ओडिशा में अपराध दर 90.2 प्रति लाख महिला जनसंख्या है जो देश में सबसे अधिक है।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। एनसीआरबी रिपोर्ट-2023 ने खुलासा किया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। हालात इतने चिंताजनक हैं कि ओडिशा महिला अपराध के मामलों में देश में तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है।
रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में महिलाओं के खिलाफ 4,48,211 मामले दर्ज हुए, जो 2022 की तुलना में अधिक हैं। इनमें से सर्वाधिक मामले पति या परिजनों द्वारा क्रूरता (1,33,676 मामले, 29.8%), महिला अपहरण (88,605 मामले, 19.8%), महिलाओं पर हमला (83,891 मामले, 18.71%) और यौन अपराध व पॉक्सो एक्ट (66,232 मामले, 14.8%) से जुड़े हैं।
ओडिशा की स्थिति चिंताजनक
राष्ट्रीय स्तर पर उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद ओडिशा तीसरे स्थान पर है।
2023 में ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ अपराध दर 90.2 प्रति लाख महिला जनसंख्या पर पहुंची, जो देश में सबसे अधिक है।
2000 में 8,214 मामले दर्ज हुए थे, जो बढ़कर 2023 में 36,432 हो गए—यानी 343% की वृद्धि।
2022 की तुलना में 2023 में 2.63% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
अपहरण के मामलों में भी इजाफा
2022 के 4,982 मामलों के मुकाबले 2023 में 5,213 मामले दर्ज हुए। 2.63% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
सजा से ज्यादा बच निकल रहे आरोपी
चौंकाने वाली बात यह है कि 86.4% मामलों में चार्जशीट दाखिल होने के बावजूद दोषसिद्धि दर मात्र 7.8% रही। यानी अपराधी आसानी से बच निकल रहे हैं और महिलाएं न्याय से वंचित रह रही हैं।
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