Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ओडिशा सतर्कता विभाग ने रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के आरोप में तीन सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 04:02 PM (IST)

    ओडिशा सतर्कता विभाग ने संबलपुर मयूरभंज और नयागढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। बामड़ा के तहसीलदार दाखिल-खारिज मामले में रिश्वत लेते नयागढ़ के श्रम अधिकारी श्रमिक कार्ड जारी करने के लिए रिश्वत लेते और मयूरभंज के पंचायत अधिकारी वृद्धावस्था पेंशन में गबन करते हुए पकड़े गए।

    Hero Image
    रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के आरोप में तीन सरकारी कर्मचारियों गिरफ्तार

    संवाद सूत्र, बामड़ा। ओडिशा के संबलपुर, मयूरभंज और नयागढ़ में एक साथ चलाए गए सतर्कता अभियानों में ओडिशा सतर्कता विभाग ने रिश्वतखोरी व भ्रष्टाचार के आरोप में तीन सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया।

    जहां बामड़ा तहसीलदार को भूमि दाखिल-खारिज के एक मामले में 15,000 रुपये की रिश्वत मांगने और लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वहीं नयागढ़ के जिला श्रम अधिकारी (डीएलओ) को गरीब मजदूरों को श्रमिक कार्ड जारी करने के लिए 6,000 रुपये की रिश्वत मांगने और लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जबकि मयूरभंज के पीईओ को सरकारी संपत्ति के गबन के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उन पर वृद्धावस्था पेंशन के रूप में वरिष्ठ नागरिकों को वितरित करने के लिए आए 5.68 लाख रुपये से अधिक की धनराशि के गबन का आरोप है।

    सतर्कता विभाग द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि संबलपुर जिले के बामड़ा तहसीलदार अश्विनी कुमार पंडा को ओडिशा सतर्कता विभाग ने दाखिल-खारिज के एक मामले में कृषि भूमि को वासभूमि में परिवर्तित करने के लिए 15,000 रुपये की रिश्वत मांगते और स्वीकार करते हुए गिरफ्तार किया है।

    लगभग एक महीने से शिकायतकर्ता द्वारा तहसीलदार से कृषि भूमि के रूपांतरण के लिए अनुरोध किया जा रहा था। लेकिन श्री पंडा ने शिकायतकर्ता के पक्ष में रूपांतरण और आरओआर जारी करने की अनुमति देने के लिए 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही।

    जब शिकायतकर्ता ने रिश्वत के रूप में इतनी बड़ी राशि देने में असमर्थता व्यक्त की तो श्री पांडा ने रिश्वत की राशि घटाकर 15,000 रुपये कर दी और धमकी दी कि उक्त राशि नहीं देने पर म्यूटेशन मामले में रूपांतरण की अनुमति नहीं दी जाएगी। कोई अन्य विकल्प न होने पर शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिकारियों से संपर्क किया।

    जिसके बाद ओडिशा सतर्कता की एक टीम ने आज तहसीलदार श्री पंडा को उनके कार्यालय में चालक पी प्रवीण कुमार के माध्यम से शिकायतकर्ता से 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। चालक को भी हिरासत में ले लिया गया है।

    उनके पास से पूरी 15,000 रुपये की रिश्वत राशि बरामद कर ली गई है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में श्री पंडा के तीन ठिकानों पर एक साथ तलाशी चल रही है।इस संबंध में संबलपुर सतर्कता पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों तहसीलदार पंडा और चालक पी. प्रवीण कुमार के विरुद्ध जांच जारी है।

    इसी तरह नयागढ़ के जिला श्रम अधिकारी को ओडिशा सतर्कता विभाग ने श्रमिक कार्ड जारी करने के लिए 6,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता और उसके सहकर्मी गरीब मजदूर होने के कारण मांगी गई 6,000 रुपये की रिश्वत देने में असमर्थ थे।

    हालांकि आरोपी राउत ने मांगी गई 6,000 रुपये की रिश्वत दिए बिना श्रमिक कार्ड जारी करने से इनकार कर दिया। इस प्रक्रिया में कार्ड जारी करने में लगभग एक वर्ष की देरी हुई। इसलिए शिकायतकर्ता ने राउत पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मामले की सूचना सतर्कता अधिकारियों को दी।

    इसके बाद ओडिशा सतर्कता विभाग की एक टीम ने आज राउत को शिकायतकर्ता से 6,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत की पूरी राशि जिलाधिकारी राउत के कब्जे से बरामद कर ली गई है। राउत पर श्रमिक कार्ड जारी करने के लिए गरीब मजदूरों से रिश्वत मांगने के आरोप थे, जिसके लिए वह सतर्कता विभाग की जांच के घेरे में थे।

    इस जालसाजी के बाद आय से अधिक संपत्ति के मामले में राउत से जुड़े तीन ठिकानों पर एक साथ तलाशी ली जा रही है। इस संबंध में, भुवनेश्वर सतर्कता पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी राउत के विरुद्ध जांच जारी है।

    इसी तरह ओडिशा सतर्कता विभाग ने वृद्धावस्था पेंशन के लिए निर्धारित 5.68 लाख रुपये से अधिक की सरकारी निधि के गबन के आरोप में मयूरभंज जिले के पंचायत अधिकारी को गिरफ्तार किया है। मयूरभंज जिले के बिजाटोला ब्लॉक अंतर्गत लुहासिला ग्राम पंचायत की पूर्व पंचायत अधिकारी पुष्पिता महाकुड़ जो सबकलेक्टर रायरंगपुर जिला मयूरभंज से संबद्ध हैं को सरकारी निधि के गबन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

    उन पर सरकार द्वारा वृद्धावस्था पेंशन के रूप में वरिष्ठ नागरिकों को वितरित करने के लिए स्वीकृत की गई 5,68,950 रुपये की धनराशि गबन का आरोप है।