ओडिशा में शहरीकरण को बढ़ावा: 14 जिलों में 24 नए एनएसी, पांच क्षेत्रों को नगरपालिका का दर्जा
ओडिशा सरकार ने शहरीकरण को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य के 14 जिलों में 24 नए अधिसूचित क्षेत्र परिषदों (एनएसी) की स्थापना की गई ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने शहरी शासन को सुदृढ़ करने और विकेंद्रीकृत प्रशासन को गति देने के उद्देश्य से बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार ने 14 जिलों में 24 नए नोटिफाइड एरिया काउंसिल (एनएसी) घोषित करने की अधिसूचना जारी की है। इसके साथ ही तीन जिलों में पांच क्षेत्रों को नगरपालिका का दर्जा दिया गया है।
अधिसूचना के अनुसार, अनुगुल जिले का पललहरा, बालेश्वर का सिमुलिया और बरगढ़ का सोहेला नए एनएसी बनाए गए हैं। भद्रक जिले में तिहिडी और धुसुरी को एनएसी का दर्जा मिला है। कटक जिले में सालेपुर, बडम्बा और नरसिंहपुर को नए एनएसी के रूप में अधिसूचित किया गया है।
वहीं ढेंकानाल जिले का गंडिया भी सूची में शामिल है। गंजाम जिले में जगन्नाथ प्रसाद और पात्रपुर, कालाहांडी जिले में नरला और जयपटन, खुर्दा जिले में टांगी तथा कोरापुट जिले में बोरिगुम्मा को एनएसी घोषित किया गया है।
मयूरभंज जिला सबसे आगे रहा है, जहां बेतनटी, बांगिरिपोसी, चित्रदा, कप्तिपदा और रासगोबिंदपुर को एनएसी का दर्जा मिला है। इसके अलावा रायगड़ा जिले का बिसमकटक, संबलपुर जिले के बामरा और रेंगाली, तथा सुवर्णपुर जिले का बीरमहाराजपुर भी नए एनएसी बनाए गए हैं।
इसी बीच, सरकार ने अलग अधिसूचना जारी कर बौद्ध जिले के बौद्धगढ़ को नगरपालिका घोषित किया है। गंजाम जिले के भंजनगर, कविसूर्यनगर और पोलसरा को नगरपालिका में उन्नत किया गया है, जबकि मयूरभंज जिले के करंजिया को भी नगरपालिका का दर्जा मिला है।
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, इस फैसले से नागरिक सुविधाओं में सुधार, शहरी बुनियादी ढांचे का विकास और नगर सेवाओं की प्रभावी आपूर्ति सुनिश्चित होगी। सरकार का मानना है कि नए एनएसी और नगरपालिकाओं के गठन से नियोजित शहरी विकास को बल मिलेगा और प्रशासनिक दक्षता में वृद्धि होगी।

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